10/05/2025
5th जनरेशन वॉरफेयर: भारत ने जो मोर्चा खोला है, वो दुनिया की समझ से बाहर है!
दुनिया को अब यकीन नहीं हो रहा कि भारत, जो दशकों तक रणनीतिक धैर्य का प्रतीक माना जाता था — अब उसी भारत ने 5th जनरेशन वॉरफेयर की बागडोर थाम ली है, और वो भी सीधे सर्वोच्च नेतृत्व से!
हर दिन प्रधानमंत्री मोदी की मीटिंग सिर्फ मंत्रिमंडल तक सीमित नहीं है — बल्कि तीनों सेनाओं के प्रमुख, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ युद्ध स्तर पर रणनीति गढ़ी जा रही है। हर क्षण, हर निर्णय — एक सुनियोजित ऑपरेशन का हिस्सा है।
भारत का नियंत्रण इतना अभूतपूर्व है कि दुनिया वही देख रही है जो भारत दिखा रहा है — न एक शब्द ज़्यादा, न एक तस्वीर इधर-उधर।
दुनिया की तमाम सरकारें हतप्रभ हैं — न कोई बयान, न कोई निंदा — क्योंकि उन्हें असल में पता ही नहीं कि मैदान में चल क्या रहा है!
कूटनीति का ऐसा जाल बुना गया है कि पूरी दुनिया उसमें उलझ चुकी है।
अब सोचिए — पाकिस्तान, जो हर बात पर भौंकने लगता था, इस बार पूरी तरह खामोश है!
वजह?
उसे खुद नहीं समझ आ रहा कि भारत किस हथियार से हमला कर रहा है और किस मोर्चे पर उसे धूल चटा रहा है।
वो चीन और तुर्की से खरीदे गए हथियारों से हमला करने की कोशिश करता है, और हर बार मुंह की खाकर दुम दबाकर भागता है।
और भारत?
भारत की सेना न सिर्फ उसे हर मोर्चे पर शिकस्त देती है, बल्कि दुनिया के मंच पर ऐसे सबूत पेश करती है कि पाकिस्तान की बोलती ही बंद हो जाती है।
सब कुछ सबको दिख रहा है, पर भारत ने अभी तक युद्ध की घोषणा नहीं की।
न कोई ‘एक्ट ऑफ वॉर’ का दावा, न कोई युद्ध का शोर।
ये भारत की वो रणनीति है जो दुश्मन को ना लड़ने दे और न बोलने ।
यहाँ तक कि अगर संघर्ष लंबा चलता है, तब भी पहला औपचारिक युद्ध घोषणा पाकिस्तान को ही करनी पड़ेगी — और यही कूटनीति का मास्टरस्ट्रोक है!
आज भी पाकिस्तान दूसरे और तीसरे जनरेशन के युद्ध के तरीके अपना रहा है — जबकि भारत उस स्तर पर खेल रहा है जहाँ युद्ध होता है 'दिमाग़ से', सूचना से, और नियंत्रण से।
हमें अपनी सरकार और अपनी सेना पर गर्व है।
जय हिन्द 🙏