25/10/2025
एसएसपी दून की सटीक रणनीति से शातिर नकबजन गिरफ्तार, तमंचे और चोरी का माल बरामद
देहरादून। (उत्तराखंड। बोल रहा है) एसएसपी दून की सटीक रणनीति और डोईवाला पुलिस की चुस्त कार्रवाई से दो बड़ी चोरी की घटनाओं का खुलासा हो गया है। पुलिस ने एक शातिर नकबजन को अवैध तमंचे, जिंदा कारतूस, चोरी की नकदी, स्कूटी और कई फर्जी दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, 21 अक्टूबर को डोईवाला के गुरुनानक ऑटो स्पेयर दुकान से नगदी चोरी की शिकायत वादी पवन सिंह सौंध ने दर्ज कराई थी। पुलिस ने घटना की गंभीरता को देखते हुए टीम गठित कर त्वरित कार्रवाई शुरू की। सीसीटीवी फुटेज, मुखबिर तंत्र और पुराने अपराधियों की गतिविधियों की जांच के बाद पुलिस ने संदिग्ध की तलाश तेज की।
मुखबिर की सूचना पर भानियावाला–डोईवाला मार्ग पर सोंग नदी पुल के पास संदिग्ध स्कूटी सवार को रोकने का प्रयास किया गया। पुलिस को देखकर आरोपी भागने की कोशिश करने लगा, लेकिन टीम ने घेराबंदी कर उसे दबोच लिया। तलाशी के दौरान आरोपी के पास से 1 तमंचा, 2 जिंदा कारतूस, ₹11,000 नगद, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, और वादी का आधार कार्ड बरामद हुआ।
पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम पहले अशोक नेगी बताया, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर उसने असली नाम पुष्कर सिंह पुत्र चतुर सिंह, निवासी गैरसैंण, चमोली बताया। आरोपी ने खुलासा किया कि वह चोरी की नीली एक्टिवा स्कूटी (फर्जी नंबर प्लेट सहित) से वारदात करता था। उसने 12/13 अक्टूबर की रात गुरु नानक स्पेयर पार्ट्स दुकान से ₹70,000 चोरी किए थे, जिनमें से अधिकतर धनराशि खर्च कर दी गई थी।
अभियुक्त ने यह भी बताया कि उसने पहले भी 2024 में डोईवाला-भानियावाला में मेडिकल स्टोर से ₹5.5 लाख की चोरी की थी और पुलिस से बचने के लिए दिल्ली-गाजियाबाद भाग गया था। पुलिस रिकॉर्ड से यह भी स्पष्ट हुआ कि वह वर्ष 2018 में लक्ष्मणझूला थाना क्षेत्र में वाहन चोरी और 2016 में मेरठ में धोखाधड़ी के मामलों में जेल जा चुका है। गिरफ्तारी से बचने के लिए उसने कई फर्जी दस्तावेज बनवा रखे थे।
बरामदगी:
एक अवैध तमंचा व दो जिंदा कारतूस
चोरी की नीली एक्टिवा स्कूटी
गैस सिलेंडर, प्रेशर कटर, आलानकब व अन्य चोरी के उपकरण
नगदी ₹11,000
विभिन्न फर्जी दस्तावेज (आधार, डीएल, बैंक पासबुक आदि)
पुलिस टीम में शामिल:
वरिष्ठ उपनिरीक्षक विनोद सिंह राणा, उपनिरीक्षक सुनील नेगी, हे0का0 देवेन्द्र सिंह नेगी, का0 रविन्द्र टम्टा, का0 सचिन सैनी, का0 कुलदीप कुमार, और का0 आशीष शर्मा (एसओजी देहरादून।