28/09/2025
एक राजा के दरबार मे एक अजनबी इंसान नौकरी माँगने के लिए आया।उससे उसकी क़ाबलियत पूछी गई,
तो वो बोला,मैं आदमी हो चाहे जानवर, शक्ल देख कर उसके बारे में बता सकता हूँ।राजा ने उसे अपने खास घोड़ों के अस्तबल का इंचार्ज बना दिया।चंद दिनों बाद राजा ने उससे अपने सब से महंगे और मनपसन्द घोड़े के बारे में पूछा,उसने कहा, नस्ली नही हैं।राजा को हैरानी हुई, उसने जंगल से घोड़े वाले को बुला कर पूछा..
उसने बताया, घोड़ा नस्ली तो हैं, पर इसकी पैदायश पर इसकी माँ मर गई थी, ये एक गाय का दूध पी कर उसके साथ पला है।राजा ने अपने नौकर को बुलाया और पूछा तुम को कैसे पता चला के घोड़ा नस्ली नहीं हैं ?
उसने कहा जब ये घास खाता है तो गायों की तरह सर नीचे करके, जबकि नस्ली घोड़ा घास मुह में लेकर सर उठा लेता हैं।राजा उसकी काबलियत से बहुत खुश हुआ, उसने नौकर के घर अनाज ,घी, मुर्गे, और अंडे बतौर इनाम भिजवा दिए।और उसे रानी के महल में तैनात कर दिया।चंद दिनो बाद , राजा ने उस से रानी के बारे में राय माँगी, उसने कहा, तौर तरीके तो रानी जैसे हैं लेकिन पैदाइशी नहीं हैं।राजा के पैरों तले जमीन निकल गई, उसने अपनी सास को बुलाया, मामला उसको बताया, सास ने कहा हक़ीक़त ये हैं, कि आपके पिताजी ने मेरे पति से हमारी बेटी की पैदाइश पर ही रिश्ता माँग लिया था, लेकिन हमारी बेटी 6 माह में ही मर गई थी, लिहाज़ा हम ने आपके रजवाड़े से करीबी रखने के लिए किसी और की बच्ची को अपनी बेटी बना लिया।
राजा ने फिर अपने नौकर से पूछा तुम को कैसे पता चला ?उसने कहा, रानी साहिबा का नौकरो के साथ सुलूक गंवारों से भी बुरा हैं। एक खानदानी इंसान का दूसरों से व्यवहार करने का एक तरीका होता हैं, जो रानी साहिबा में बिल्कुल नही।🌹जय श्री कृष्णा🌹📿🙏