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22/10/2025
21/10/2025

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21/10/2025

थाना छप्पर पुलिस टीम ने 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म कर गर्भवती करने के मामले में एक आरोपी को किया गिरफ्तार।

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए थाना छप्पर पुलिस टीम ने 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म कर गर्भवती करने के मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी के विरुद्ध पुलिस ने केस दर्ज किया। जिसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए उसे गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

थाना प्रबंधक सुमित कंबोज ने जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 18 अक्टूबर को उनको निजी अस्पताल से सूचना मिली कि एक 15 वर्षीय नाबालिक लड़की गर्भवती है और इलाज के लिए अस्पताल में दाखिल है। इस सूचना पर उप निरीक्षक रुचि टीम के साथ अस्पताल पहुंची। नाबालिक लड़की के पिता ने शिकायत दर्ज करवाई कि उसकी 15 वर्षीय नाबालिक लड़की एक निजी कॉलेज से डिप्लोमा कर रही है और कॉलेज में ही पिछले 1 साल से गर्ल होस्टल में रहती है। उसकी नाबालिक लड़की ने उसे बताया कि उसके कॉलेज में ही एक लड़का जमाल पुत्र सुलतान पासी गांव बेलदारी जिला बेतिया विहार पढ़ता है जिसकी मेरे साथ जान पहचान है। जो अप्रैल के महीने में जमाल उसको कॉलेज के कमरा में लेकर गया व वहा उसकी लड़की के साथ जबरदस्ती उसकी मर्जी के बिना उसके साथ गलत काम किया और कहा की अगर उसने ऐसा करने से मना किया तो उसे जान से मारने की धमकी दी और कहने लगा उसको पुरे कॉलेज में बदनाम करवा देगा। उस लड़के ने मेरी बेटी की मर्जी के बिना उसके साथ जबरदस्ती गलत काम किया है जिस वजह से उसकी बेटी करीब 5-6 महीने की गर्भावती है। इस शिकायत पर पोक्सो सहित विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी जमाल पुत्र सुलतान को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया।

*ऑनलाइन और डिजिटल ठगी से बचाने के लिए जिला पुलिस का अभियान।* *अभियान के तहत थाना साइबर क्राइम की टीम ने नेहरू पार्क, मॉड...
21/10/2025

*ऑनलाइन और डिजिटल ठगी से बचाने के लिए जिला पुलिस का अभियान।*

*अभियान के तहत थाना साइबर क्राइम की टीम ने नेहरू पार्क, मॉडल टाउन, मटका चौक जगाधरी व बस स्टैंड जगाधरी में आमजन को साइबर ठगी के विभिन्न तरीकों के बारे, में विस्तारपूर्वक दी गई जानकारी। व आमजन को साईबर अपराधों के बारे में किया जा रहा जागरूक।*

*1 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक मनाया जा रहा साइबर जागरूकता माह।*

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि साइबर अपराधों की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए जिला पुलिस ने आमजन को जागरूक करने के लिए विशेष पहल शुरू की है। पुलिस महानिदेशक हरियाणा के आदेशानुसार हरियाणा पुलिस द्वारा आमजन को जागरुक करने के लिए अक्टूबर माह को साईबर जागरुकता माह के रूप में मनाया जा रहा है। जिला पुलिस द्वारा पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल के मार्गदर्शन में अलग-अलग तरीकों से आमजन को जागरूक किया जा रहा है। इस दौरान थाना स्तर पर भी सक्रियता बढ़ा दी गई है और पुलिस टीमें स्कूलों, कॉलेजों तथा सार्वजनिक स्थलों पर जाकर लोगों को साइबर सुरक्षा के प्रति सतर्क कर रही हैं। इसी कड़ी में थाना प्रबंधक साइबर क्राइम सतीश कुमार के नेतृत्व में सोमवार को थाना साइबर अपराध की टीम ने नेहरू पार्क, मॉडल टाउन, मटका चौक जगाधरी व बस स्टैंड जगाधरी में आमजन को साइबर ठगी के विभिन्न तरीकों के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई।

थाना साइबर अपराध के एएसआई बलदेव सिंह ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य जनता को डिजिटल माध्यम से होने वाले अपराधों, जैसे ऑनलाइन ठगी, फेक कॉल, फर्जी लिंक और सोशल मीडिया फ्रॉड से बचाव के प्रति जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन भुगतान और यूपीआई (UPI) जैसी सुविधाओं ने हमारी जीवनशैली को आसान बना दिया है। लेकिन तकनीक के इस बढ़ते प्रयोग के साथ ही डिजिटल धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर यूपीआई और क्यूआर कोड के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी अब आम होती जा रही है। साइबर अपराधी मासूम लोगों को झांसे में लेकर उनके बैंक खातों से पैसे उड़ा रहे हैं। ऐसे में जागरूकता ही सबसे बड़ा हथियार है।

यूपीआई/क्यूआर धोखाधड़ी के सामान्य तरीके

1. पिन दर्ज करने की चाल: कई बार ठग यह बहाना बनाते हैं कि वे आपको पैसे भेजना चाहते हैं और इसके लिए आपको "पिन" दर्ज करने के लिए कहते हैं। लेकिन ध्यान रखें, यूपीआई पिन केवल पैसे भेजने के लिए होता है, पैसे प्राप्त करने के लिए नहीं। अगर आपने पिन दर्ज किया, तो पैसे आपके खाते से कट सकते हैं।
2. फर्जी क्यूआर कोड: सोशल मीडिया या मैसेजिंग ऐप्स के ज़रिए भेजे गए क्यूआर कोड स्कैन कर लेने पर, आपके खाते से पैसे कट सकते हैं। क्यूआर कोड से केवल भुगतान (payment) किया जा सकता है, यह पैसा प्राप्त करने का माध्यम नहीं है।

3. नकली हेल्पलाइन और कस्टमर केयर नंबर: गूगल या अन्य सर्च इंजनों पर नकली हेल्पलाइन नंबर सर्च करने पर आप फर्जी वेबसाइट्स तक पहुंच सकते हैं, जहां से साइबर ठग आपके बैंक विवरण मांगते हैं।

4. फर्जी कैशबैक ऑफर्स: कुछ लोग खुद को बैंक या UPI सेवा प्रदाता का प्रतिनिधि बताकर नकली कैशबैक ऑफर का लालच देते हैं। वे कहते हैं कि कैशबैक प्राप्त करने के लिए लिंक पर क्लिक करें या ऐप डाउनलोड करें। ऐसा करने पर आपके मोबाइल या बैंक अकाउंट पर उनका नियंत्रण हो सकता है।

5. रिमोट-एक्सेस ऐप्स का खतरा: TeamViewer, AnyDesk जैसे ऐप्स का उपयोग करके ठग आपके मोबाइल को रिमोटली कंट्रोल कर सकते हैं। ऐसे ऐप्स को कभी भी अज्ञात व्यक्ति के कहने पर डाउनलोड न करें।

कैसे रहें सुरक्षित?

यूपीआई पिन और ओटीपी कभी साझा न करें, चाहे सामने वाला खुद को बैंक कर्मचारी ही क्यों न बताए। किसी भी स्थिति में पैसे प्राप्त करने के लिए पिन दर्ज करने की आवश्यकता नहीं होती। रिमोट-एक्सेस ऐप्स को तुरंत हटाएं, अगर आपके मोबाइल में पहले से इंस्टॉल हैं। कैशबैक या ऑफर के नाम पर आए लिंक पर क्लिक न करें और कोई ऐप डाउनलोड न करें। कोई भी हेल्पलाइन नंबर ऑनलाइन खोजने के बजाय बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या ऐप से ही संपर्क करें।

क्या करें अगर धोखाधड़ी हो जाए?

अगर आप किसी साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, तो तुरंत:

1. बैंक की हेल्पलाइन पर संपर्क करें और ट्रांजेक्शन को ब्लॉक करवाएं।

2. नजदीकी साइबर क्राइम थाने या ऑनलाइन www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।

3. 24x7 साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें।

डिजिटल पेमेंट्स जितने सुविधाजनक हैं, उतने ही खतरनाक भी हो सकते हैं अगर सावधानी न बरती जाए। सतर्क रहें, किसी भी अनजान कॉल, मैसेज या लिंक पर विश्वास न करें और अपने बैंक से जुड़ी कोई भी जानकारी केवल आधिकारिक स्रोतों से ही साझा करें। याद रखें, सतर्कता ही सुरक्षा है।

शहीदों के सम्मान में किया कार्यक्रम,शहीदों के परिवारों को उनके घर पर जाकर किया सम्मानित।  #यमुनानगर  #जगधरी             ...
21/10/2025

शहीदों के सम्मान में किया कार्यक्रम,शहीदों के परिवारों को उनके घर पर जाकर किया सम्मानित।
#यमुनानगर #जगधरी
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मंगलवार को जिला पुलिस की ओर से शहीद हुए पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के लिए जगह-जगह कार्यक्रम किए गए। पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने कहा कि शहीदों की याद में जिला पुलिस कार्यक्रम कर रही है। ताकि समाज और आने वाली पीढ़ी को को हमारे शहीद हुए पुलिस कर्मियों की बहादुरी का पता चल सके। इसी कड़ी में डीएसपी राजीव मिगलानी, वेलफेयर इंस्पेक्टर कुसुम रानी, थाना प्रबंधक हुड्डा सेक्टर 17 मनजीत सिंह व अन्य पुलिस अधिकारियों ने शहीदों के घर पहुंचकर उनके परिवार को सम्मानित किया।

उन्होंने बताया कि डीएसपी राजीव मिगलानी ने शहीद हुए मुख्य सिपाही कर्ण सिंह को उनके घर पर जाकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने बताया कि शहीद मुख्य सिपाही कर्ण सिंह थाना बिलासपुर में तैनात थे। दिनांक 30 अगस्त 1990 को उनको एक टेलीफोन पर सूचना प्राप्त हुई कि कुछ नौजवान सिख आतंकवादी असले के साथ गुरुद्वारा गांव मारवा खुर्द में छिपे हुए हैं। इस सूचना पर तुरंत वह अपने साथ मुख्य सिपाही सतबीर सिंह के साथ मौका पर रेड करने के लिए पहुंचे। उन्होंने संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश शुरू की। लेकिन तभी उनकी मुठभेड़ हो गई। जिससे मुठभेड़ में यह अधिकारी शहीद हो गया। डीएसपी राजीव मिगलानी ने कहा कि इन पुलिस कर्मचारियों ने अपराधियों को पकड़ने के लिए अपने प्रामण न्योछावर कर दिए। इन पर हम सभी को गर्व करना चाहिए। एक पुलिस कर्मी जब वर्दी पहनता है तो उसके मन में समाज और देश की सुरक्षा हर समय रहती है। ड्यूटी पर होते हुए कई बार उसे इस तरह के हालात से गुजरना पड़ता है जहां पर जान का जोखिम होता है। लेकिन हमारे पुलिस कर्मी कभी इस तरह के जोखिम से नहीं डरते। समाज और देश की सुरक्षा के लिए कभी जान देने से पीछे नहीं हटते। जो पुलिस कर्मी शहीद हुए हैं हमें उनके बलिदान को कभी भूलना नहीं चाहिए। उनके परिवारों का भी हमारे के लिए बड़ा बलिदान है। क्योंकि उन्होंने अपने परिवार का सदस्य खोया है।

इसी प्रकार वेलफेयर इंस्पेक्टर कुसुम रानी ने शहीद मुख्य सिपाही राजवीर सिंह के घर पहुंचकर उनको श्रद्धांजलि दी व उनके परिवार को सम्मानित किया। उन्होंने बताया कि शहीद मुख्य सिपाही राजवीर सिंह एक अधिकारी के साथ बतौर अंगरक्षक नियुक्त थे। दिनांक 1 फरवरी 1992 को थाना शहजादपुर में आतंकवादियों ने उसअधिकारी की कार पर गोलीबारी कर दी। जिस हमले में उस अधिकारी व अधिकारी की पत्नी, बेटा व मुख्य सिपाही राजवीर सिंह मौके पर शहीद हो गए। मुख्य सिपाही राजवीर ने बहादुर से डटकर मुकाबला करके अधिकारी वह परिजनों की जान बचाने की कोशिश में अपना जीवन बलिदान कर दिया और मौके पर ही कर्तव्य पालन में शहीद हो गए।

जिला पुलिस ने दिनाँक 13 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 2025 तक जिला भर में चलाया स्पैशल अभियान। #यमुनानगर  #जगधरी                ...
21/10/2025

जिला पुलिस ने दिनाँक 13 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 2025 तक जिला भर में चलाया स्पैशल अभियान।
#यमुनानगर #जगधरी
जिला पुलिस द्वारा पुलिस महानिदेशक हरियाणा श्री ओ.पी. सिंह एवं अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक यातायात एवं हाईवे हरियाणा करनाल के दिशा निर्देश तथा पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल के नेतृत्व में सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के 13 अक्टूबर से 19 अक्टूबर 2025 तक ड्रंक एंड ड्राइव, लेन ड्राइविंग, बुलेट पटाखा, प्रेसर हॉर्न आदि अभियान चलाया गया। इस अभियान के तहत जिला भर में नियमों की अनदेखी करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ अभियान चलाया। अभियान के तहत जिला पुलिस की विभिन्न टीमों ने 180 वाहन चालकों के चालान किए।

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक यातायात एवं हाईवे हरियाणा करनाल के दिशा-निर्देश तथा पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल के नेतृत्व में जिला यमुनानगर पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए 13 अक्टूबर से 19 अक्टूबर तक स्पैशल अभियान चलाया गया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क पर नशे में वाहन चलाने वालों के ऊपर कड़ा शिकंजा कसना है। अक्सर देखने में आता है कि रात्रि के समय काफी वाहन चालक नशे में धुत होकर वाहन चलाते हैं जिससे वह अपने आप को तो खतरे में डालते ही हैं साथ में सड़क पर चल रहे अन्य वाहन चालक के लिए भी खतरा बन जाते है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जिला यमुनानगर पुलिस ने स्पैशल अभियान चलाकर नियमों की पालना न करने वाले वाहन चलाने वाले चालकों पर कड़ा शिकंजा कसा है। पुलिस ने कड़ी कारवाई करते हुए लेन चेंज के 159, धव्नि प्रदूषण 06 व ड्रंक एंड ड्राइव 15 वाहन चालकों के चलान किए हैं।

यातायात थाना प्रभारी उप निरीक्षक कुशल पाल राणा ने बताया कि पुलिस अधीक्षक द्वारा सभी पुलिस थाना प्रबंधकों को निर्देश दिए गए थे कि सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ट्रैफिक नियमों की पालना के लिए दृढ़ता से करवाई की जाए। जिसके तहत जिला पुलिस द्वारा मोटर वाहन अधिनियम के अन्तर्गत ड्रंक एंड ड्राइव व ट्रैफिक नियमों की उल्लघंना करने वाले वाहन चालकों के चालान किए गए है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य सड़क पर नशे में वाहन चलाने और यातायात के नियमों की पालन न करने वालों के ऊपर कड़ा शिकंजा कसना था। अक्सर देखने में आता है कि रात्रि के समय काफी वाहन चालक नशे में धुत होकर वाहन चलाते हैं जिससे वह अपने आप को तो खतरे में डालते ही हैं साथ में सड़क पर चल रहे अन्य वाहन चालक के लिए भी खतरा बन जाते है। जिला पुलिस ने सड़क सुरक्षा सुनिश्चित करने हेतु यह विशेष अभियान चलाकर ड्रंक एंड ड्राइव, गलत लेन और यातायात के नियमों की अवेहलना करने 180 वाहन चालकों पर कड़ा शिकंजा कसा है।

पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने बताया कि जिला यमुनानगर पुलिस द्वारा लगातार यातायात के नियमों की पालना करने के लिए जागरूकता अभियान चलाकर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने वाहन चालकों से अपील करते हुए कहा कि नशा का सेवन करके वाहन न चलाएं तथा यातायात के नियमों की पालना करते हुए सड़क पर अपनी व दूसरों की जिंदगी को सुरक्षित रखें। पुलिस अधीक्षक ने कहा कि भविष्य में भी समय-समय पर इस प्रकार के अभियान चलाकर कार्यवाही की जाएगी ताकि आमजन की सड़क सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

21.10..2025*पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने अपने परिवार सहित दिवाली मनाई बुजुर्गों, बच्चों व नाको पर तैनात पुलिस जवानों के ...
21/10/2025

21.10..2025

*पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने अपने परिवार सहित दिवाली मनाई बुजुर्गों, बच्चों व नाको पर तैनात पुलिस जवानों के साथ*

*बाल कुंज छछरौली, वृद्ध आश्रम व पुलिस नाकों पर बांटी मिठाई, साझा की खुशियाँ*

#यमुनानगर #जगधरी पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि दीपों के पर्व दिवाली पर जहाँ अधिकतर लोग अपने परिवार के साथ उत्सव मनाते हैं, वहीं पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल ने इस बार अपनी दिवाली को कुछ अलग अंदाज में मनाने का निर्णय लिया। उन्होंने अपने परिवार सहित समाज के उन वर्गों के साथ यह पावन त्योहार मनाया जो आमतौर पर अकेलेपन का अनुभव करते हैं – जैसे कि अनाथ बच्चे, वृद्धजन और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी।

पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल अपने परिवार के साथ सबसे पहले छछरौली स्थित 'बाल कुंज' पहुँचे, जहाँ उन्होंने अनाथ बच्चों के साथ दीपावली की खुशियाँ साझा कीं। बच्चों के चेहरों पर मुस्कान लाने के उद्देश्य से उन्होंने उन्हें मिठाई, फल, चॉकलेट व उपहार वितरित किए। पुलिस अधीक्षक ने बच्चों को प्रेरणादायक बातें भी कहीं, उन्हें ईमानदारी, परिश्रम और शिक्षा का महत्व समझाया। उन्होंने कहा, “बच्चे देश का भविष्य हैं, और हमें उन्हें सही मार्गदर्शन व स्नेह देना चाहिए।”

इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने परिवार सहित जगाधरी स्थित वृद्ध आश्रम का दौरा किया। यहाँ उन्होंने बुजुर्गों के साथ समय बिताया, उन्हें मिठाई खिलाई और उनसे जीवन के अनुभवों को सुना। बुजुर्गों ने पुलिस अधीक्षक को आशीर्वाद दिया और उनके इस कार्य की सराहना की। उन्होंने कहा कि आमतौर पर त्योहारों पर अकेलापन महसूस होता है, लेकिन इस बार पुलिस अधीक्षक के आगमन ने उन्हें घर जैसी अनुभूति करवाई।

पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हमारे बुजुर्ग हमारे समाज की जड़ें हैं। उनकी सेवा करना हमारा कर्तव्य है। हमें उन्हें अकेलापन महसूस नहीं होने देना चाहिए, विशेषकर त्योहारों पर।”

अंत में, उन्होंने जिले के विभिन्न पुलिस नाकों का दौरा किया, जहाँ सुरक्षा व्यवस्था के तहत ड्यूटी कर रहे पुलिस जवानों से मुलाकात की। उन्होंने जवानों को मिठाई खिलाई, दीपावली की शुभकामनाएँ दीं और उनके समर्पण की सराहना की। पुलिस अधीक्षक ने कहा, “हम जब अपने घरों में त्योहार मना रहे होते हैं, तब ये जवान बाहर खड़े रहकर हमारी सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं। ऐसे में हमारा कर्तव्य बनता है कि हम उनका मनोबल बढ़ाएं और उन्हें ये एहसास कराएं कि वे अकेले नहीं हैं।”

इस पूरे आयोजन का उद्देश्य समाज में सहभागिता, सेवा और समर्पण की भावना को प्रोत्साहित करना था। पुलिस अधीक्षक ने यह संदेश दिया कि त्योहार केवल आतिशबाजी और सजावट तक सीमित नहीं हैं, बल्कि ये एक-दूसरे के साथ जुड़ने, खुशियाँ बाँटने और समाज में सकारात्मकता फैलाने का अवसर होते हैं। उनकी यह पहल न केवल सराहनीय है, बल्कि अन्य अधिकारियों और नागरिकों के लिए भी एक प्रेरणा है कि वे भी ऐसे पर्वों पर उन लोगों के साथ समय बिताएँ जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता होती है।

*जिला पुलिस लाइन जगाधरी में हर वर्ष की भांति 21 अक्टूबर को पुलिस शहीदी स्मृति दिवस मनाया गया।**शहीद जवानों की शहादत एवं ...
21/10/2025

*जिला पुलिस लाइन जगाधरी में हर वर्ष की भांति 21 अक्टूबर को पुलिस शहीदी स्मृति दिवस मनाया गया।*

*शहीद जवानों की शहादत एवं वीरगति को कभी भुलाया नहीं जा सकता। पुलिस अधीक्षक कमलदीप गोयल।*

*"शहीदों की चिताओं पर हर वर्ष लगेंगे मेले, वतन पर मरने वालों का यही निशां होगा" – कमल दीप गोयल*

*जिला के सात वीर सपूतों ने अपने कर्तव्य के दौरान अपनी जान की थी न्योछावर, पाया शहीद का दर्जा।*
#यमुनानगर #जगधरी
*अपने कर्तव्य/ड्यूटी के दौरान अपनी शहादत देने वाले पुलिस के शहीद जवानों को याद किया गया व शहीद स्मारक पर पुष्प चक्र व पुष्प माला अर्पित कर उन्हें दी गई श्रद्धांजलि।*

इस अवसर पुलिस शहीदों के परिवारों को किया गया सम्मानित।

पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि 21 अक्टूबर 2025 मंगलवार को पुलिस लाईन जगाधरी के प्रांगण में स्थित शहीद स्मारक स्थल पर पुलिस स्मृति दिवस मनाया गया। इस अवसर पर देश के लिये शहीद हुये पुलिस व अर्ध सैनिक बल के जवानो को जिला पुलिस की तरफ से श्रद्वासुमन अर्पित कर उन्हे श्रद्वांजलि दी गई।

शहीद स्मृति दिवस के अवसर पर पुलिस अधीक्षक कमलनदीप गोयल ने देश के लिये शहीद हुए पुलिस व अर्ध सैनिक बल के जवानों को पुष्प च्रक अर्पित कर नमन किया। देश की रक्षा कर अपने प्राण न्यौछावर करने वाले शहीदो से प्रेरणा लेकर अपने जीवन मे प्रण करना चाहिये की हम अपने सामने आने वाली किसी भी चुनौती का दृढता से सामना करेगें चाहे हमे इसके लिये प्राणो की भी आहुति क्यों न देनी पडे। "शहीदों की चिताओं पर हर वर्ष लगेंगे मेले, वतन पर मरने वालों का यही निशां होगा"

उन्होनें कहा की साल 1959 से चीन से सटी भारतीय सीमा की रक्षा में बलिदान देने वाले दस पुलिसकर्मियों की याद में यह खास दिन मनाना शरु किया गया। यह भी कहा कि देश की सीमा की रक्षा में लगे सैन्य बलों के बलिदान की आपने कई कहानियां सुनी होंगी लेकिन हमारे पुलिस कर्मियों के शौर्य और बलिदान का इतिहास भी किसी से कम नहीं है। कुछ ऐसा ही साल 1959 में हुआ था जब पुलिसकर्मी पीठ दिखाने की बजाय चीनी सैनिको की गोलियां सीने पर खाकर शहीद हुये। चीन के साथ देश की सीमा की रक्षा करते हुये जो बलिदान दिया था उसकी य़ाद में हर साल पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है। ये बात 21 अक्टूबर साल 1959 की है जब 10 पुलिसकर्मियों ने अपना बलिदान दिया था तब तिब्बत के साथ भारत की 2,500 मील की सीमा की निगरानी की जिम्मेदारी भारत के पुलिसकर्मियों की थी। इस घटना से एक दिन पहले 20 अक्टूबर 1959 को तीसरी बटालियन की एक कंपनी को उत्तर पूर्वी लद्दाख में हॉट स्प्रिंग्स नाम के स्थान पर तैनात किया गय़ा था। इस कंपनी को 3 टुकड़ियों में बांटकर सीमा सुरक्षा की बागडोर दी गई थी। लाइन ऑफ कंट्रोल में जवान गश्त के लिये निकले। आगे गई दो टुकड़ी के सदस्य उस दिन दोपहर बाद तक लौट आये लेकिन तीसरी टुकड़ी के सदस्य नहीं लौटे। उसी टुकड़ी में दो पुलिस कॉस्टेबल और पोर्टर शामिल थे। अगले दिन फिर सभी जवानों को इकट्ठा किया गया औऱ गुमशुदा लोगों (जवानों) की तलाश के लिये एक टुकड़ी का गठन किया गया।

उन्होंने बताया कि गुमशुदा हो गए पुलिसकर्मियों की तलाश में तत्कालीन डीसीआईओ करम सिंह के नेतृत्व में एक टुकड़ी 21 अक्टूबर 2018 को सीमा के लिए निकली। इस टुकड़ी में करीब 20 पुलिसकर्मी शामिल थे। करम सिंह घोड़े पर सवार पर थे जबकि बाकी पुलिसकर्मी पैदल थे। पैदल सैनिकों को तीन टुकड़ियों में बांट दिया गया था। तभी दोपहर के समय चीन के सैनिंकों ने एक पहाड़ी से गोलियां चलाना औऱ ग्रनेड फेंकना शुरु कर दिया। अपने साथियों की तलाश में निकली ये टुकड़ियां खुद की सुरक्षा का कोई उपाय नहीं करके गई थी इसलिए ज्यादातर सैनिक घायल हो गए। तब उस हमले में देश 10 वीर शहीद हो गए जबकि सात अन्य बुरी तरह घायल हो गये। यही नहीं, इन सातों घायल पुलिसकर्मियों को चीनी सैनिक बंदी बनाकर ले गये जबकि बाकी अन्य पुलिसकर्मी वहां से निकलने में कामयाब रहे। 13 नवंबर ,1959 को शहीद हुये दस पुलिसकर्मियों का शव चीनी सैनिकों ने लौटा दिया। उन पुलिसकर्मियों का अंतिम संस्कार हॉट स्प्रिंग्स में पूरे पुलिस सम्मान के साथ हुआ। उन्ही शहीदों के सम्मान में हर साल 21 अक्टूबर को नेशनल पुलिस डे या पुलिस स्मृति दिवस मनाया जाता है।
*ऐसे हुई स्मृति दिवस मनाने की शुरुआत* :-

जनवरी 1960 में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पुलिस महानिरक्षकों का वार्षिक सम्मेलन हुआ था। इस सम्मेलन में लद्दाख में शहीद हुए उन वीर पुलिसकर्मनियों और साल के दौरान ड्यूटी पर जान गंवाने वाले अन्य पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का फैसला लिया गया।

*जिला यमुनानगर के वीर सपूतों की गौरव गाथा*

जिला यमुनानगर के वीर शहीद सपूतों की गौरव गाथा बताते हुए पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले के शहीद मुख्य सिपाही राजवीर सिंह ने दिनांक 01.02.1992 अपने कर्तव्तयों का पालन करते हुए देश के लिए अपने प्राणों की आहुति देते हुए शहीद हुए। शहीद राजवीर सिंह एक अधिकारी के साथ बतौर अंगरक्षक नियुक्त थे। थाना शहजादपुर में आतंकवादियों ने उस अधिकारी की कार पर गोलीबारी कर दी जिस हमले में अधिकारी, अधिकारी की पत्नी बेटा व मुख्य सिपाही राजवीर मौके पर शहीद हो गए थे। शहीद उप निरीक्षक सुरेश कुमार थाना नारायणगढ़ जिला अंबाला के अधिकार क्षेत्र में अपने कर्तव्य निभा रहा था। दिनांक 02.06.2019 को उन्होंने चेकिंग के दौरान नारायणगढ़ रोड स्थित बड़ागढ़ के पास संदीप व्यक्ति को चेकिंग के लिए रोका। तो रुकते ही सुरेश कुमार पर गोलियां चलाई। जिससे मुठभेड़ में यह अधिकारी शहीद हो गया। शहीद मुख्य सिपाही अजैब सिंह दिनांक 31.8.1995 को हरियाणा सिविल सचिवालय चंडीगढ़ में तैनात था। हरियाणा सिविल सचिवालय वीआईपी गेट पर मानव बम फटने की वारदात को आतंकवादियों ने अंजाम दिया था जिस ब्लास्ट में मुख्य सिपाही अजैब सिंह मौके पर ही कर्तव्य पालन में शहीद हो गए। इस घटना में श्री बेअंत सिंह तत्काल मुख्यमंत्री पंजाब का देहांत हो गया था। शहीद सिपाही सुरेश कुमार दिनांक 30.07.2010 को पंचकूला में यवनिका पार्क में मोटरसाइकिल चोर गिरोह की तलाश कर रहा था तो अपराधी तेज सिंह ने गिरफ्तारी से बचने के लिए सुरेश कुमार की छाती में छुरा घोप दिया। गंभीर चोट लगने से वह 24.08.2010 को शहीद हो गए। शहीद सिपाही रघुवीर सिंह पुलिस चौकी बराड़ा जिला अंबाला में तैनात था। दिनांक 06.02.1992 को जानकारी मिली कि आतंकवादी बराड़ा में देखे गए हैं। आतंकवादियों को गिरफ्तार करने के लिए चेकिंग के दौरान आतंकवादियों से मुठभेड़ में अपना जीवन बलिदान कर दिया। शहीद मुख्य सिपाही करण सिंह दिनांक 30.08.1990 को थाना बिलासपुर में तैनात था। उन्हें सूचना मिली कि कुछ आतंकवादी असला के साथ गांव मरवा खुर्द में छुपे हुए हैं। वह अन्य पुलिस कर्मियों के साथ मौका पर रेड करने के लिए पहुंचे और आतंकवादियों के साथ गोलीबारी में मुख्य सिपाही करण सिंह शहीद हो गए। शहीद निरीक्षक बलजीत सिंह जिला करनाल में तैनात थे। दिनांक 31.05.1992 को उनको सूचना मिली कि उद्घोषित अपराधी पालाराम जो आतंकवादी गतिविधियों में शामिल था,को पकड़ने के लिए गांव में छापामारी की गई। छापामारी के दौरान एक अन्य आतंकवादी जरनैल सिंह उर्फ जस्सा ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। जिसमें निरीक्षक बलजीत सिंह अन्य साथियों के साथ अपने कर्तव्यों को निभाते हुए मौका पर वीरगति को प्राप्त हो गए।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा पिछले 1 वर्ष में शहीद हुए 192 जवानों के नाम पढे गए। सभी शहीद जवानों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इस अवसर पर एडिशनल एसपी अमरिंदर सिंह, डीएसपी मुख्यालय कवलजीत सिंह, राजीव मिगलानी, रजत गुलिया, हरविंदर सिंह, आशीष चौधरी, वेलफेयर इंस्पेक्टर कुसुम, सेवानिवृत्ति पुलिस अधिकारी व कर्मचारी, सहित सभी थाना व चौकी प्रभारियों के अतिरिक्त अनेक पुलिस कर्मचारियो ने पुष्प चढाकर शहीदो को श्रद्वासुमन अर्पित किया।

21/10/2025

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