15/09/2025
जिला बिजनौर में
हालिया घटनाएँ (2025) – गुलदार के हमले में मौतें
13 सितम्बर – नजीबाबाद क्षेत्र, गांव इस्सेपुर : महेन्द्र की पत्नी मीरा की मौत।
9 सितम्बर – मथुरापुर मोड़ : 8 वर्षीय हर्षित की मौत।
5 सितम्बर – नगीना देहात क्षेत्र, गांव कंडरावाला : 12 वर्षीय गुड़िया की मौत।
2 सितम्बर – मंडावली क्षेत्र, गांव रामदासवाली : 10 वर्षीय जानू की मौत।
7 अगस्त – अफजलगढ़ क्षेत्र, गांव भिक्खावाला : पूनम देवी की मौत।
2 अगस्त – अफजलगढ़, मोहल्ला मझौली : अलका की मौत।
30 जून – मंडावर क्षेत्र, गांव कोहरपुर : डेढ़ वर्षीय मयंक की मौत।
18 मई – चांदपुर क्षेत्र, गांव सब्दलपुर तेली : शमीना (40) की मौत।
27 फरवरी – चांदपुर क्षेत्र, गांव चौंधेड़ी : सुमन (35) की मौत।
आंकड़े
पिछले साल (2024) : 43 निर्दोष मौतें
इस साल (2025) अब तक : 9 मौतें
सिर्फ 13 दिनों (2 सितम्बर – 13 सितम्बर) में : 4 हत्याएं
यह साफ़ है कि यह सिलसिला अब दुर्घटना नहीं, बल्कि आतंक और नरसंहार है।
महिलाएं खेतों में चारा लेने से डर रही हैं, बच्चे घर के बाहर खेलने तक से वंचित हैं और पूरा जिला दहशत में जी रहा है। मगर वन विभाग और जिला प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं।
केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्री Bhupender Yadav BJP जी से भी मुलाकात की। उन्होंने रेस्क्यू सेंटर बनाने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक सिर्फ कागजों में वादे ही हुए हैं, ज़मीन पर कुछ नहीं। सरकार चाहती तो 52 निर्दोष लोगों की जान बचाई जा सकती थी।
यह साफ़ है – सरकार की चुप्पी और निष्क्रियता ने गुलदार को आतंक मचाने की खुली छूट दे दी है। अब ये मौतें प्राकृतिक हादसे नहीं, बल्कि सरकार और प्रशासन की मिलीभगत से हुआ नरसंहार हैं।
आज जनता के साथ मिलकर जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना दिया। हम चेतावनी देते हैं — अगर तुरंत कार्रवाई नहीं की गई और गुलदार को पकड़ने तथा प्रभावित परिवारों को मुआवज़ा व सुरक्षा देने के ठोस कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले दिनों में जनता का आक्रोश सरकार को कहीं मुंह दिखाने लायक नहीं छोड़ेगा।
MyGovIndia
Government of UP
Chief Minister Office Uttar Pradesh
MYogiAdityanath