04/09/2025
पंजाबी वैलफेयर बोर्ड का गठन करे हरियाणा सरकार : अशोक मैहता
भव्य समारोह में सतीश चावला बने राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के जिला अध्यक्ष
अम्बाला, 4 सितम्बर: राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के नैशनल प्रेजिडैंट एवं पूर्व राज्य सूचना आयुक्त अशोक मैहता की उपस्थिति में अम्बाला शहर में आयोजित भव्य समारोह के दौरान महासभा के प्रदेश महासचिव चौ. राकेश भल्ला उगाला ने प्रसिद्ध समाजसेवी सतीश चावला को राष्ट्रीय पंजाबी महासभा का जिला अध्यक्ष नियुक्त किया। इस अवसर पर समाजसेवी मनोहर लाल सचदेवा, अशोक चावला, पार्षद मनीष आनंद, दिनेश ग्रोवर, नरेश खन्ना, एम.के. सेठ, प्रेमरतन गोसाईं, कुलवंत वालिया, विनोद पाहवा, शैलेश दिवान, गुलशन क्वात्रा, हरभगवान छाबड़ा, अश्वनी साहनी, विजय मल्होत्रा, नीरू वढेरा, सुरेंद्र सचदेवा, अनिल सचदेवा, रोहित सूरी, लकी जुनेजा, तिलक अरोड़ा, शुलभ उप्पल, अरुण गोयल, सुनील जिंदल, अनिल वधवा, राजकुमार नागपाल, अजय चावला, पवन चावला, राजीव चावला, हैप्पी चावला, राजू चावला, रविंद्र पुनियानी, मविंदर मक्कड़, अनिल चावला, लकी चावला, बलजीत सिंह साहनी, अमन अरोड़ा, सुशील बग्गा, पारस कत्याल, अनीता चावला, परवीन सचदेवा एवं सुनीता अरोड़ा समेत अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने फूलमालाएं पहनाकर उनका अभिनंदन किया।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के नैशनल प्रेजिडैंट एवं पूर्व राज्य सूचना आयुक्त अशोक मैहता ने हरियाणा सरकार से मांग की कि वह पंजाबी वैलफेयर बोर्ड का गठन करे, ताकि देश विभाजन के समय पंजाबी समुदाय के लोगों को अलॉट की गई जमीनों एवं अन्य मुद्दों पर समुदाय की बात दृढ़ता से उठाई जा सके। उन्होंने अम्बाला के पंजाबी समुदाय का आह्वान किया कि अन्य समुदायों की तर्ज पर वे भी अम्बाला में आलीशान पंजाबी भवन का निर्माण करें, इस मामले में राष्ट्रीय पंजाबी महासभा उनकी तन-मन-धन से पूरी मदद करेगी।
अशोक मैहता ने बताया कि ‘सत्कार अते सेवा’ के मूल सिद्धांत को लेकर पद्मश्री विजय कुमार चोपड़ा जी के कुशल मार्गदर्शन में राष्ट्रीय पंजाबी महासभा की स्थापना की गई थी। अपने लगभग डेढ़ दशक के कार्यकाल में महासभा द्वारा विभिन्न राज्यों में अपने संगठन का विस्तार करके समाज कल्याण के अनेक कार्य किए गए। प्रख्यात समाजसेविका स्वर्गीय श्रीमती स्वदेश चोपड़ा जी की पावन स्मृति में महासभा द्वारा विभिन्न स्थानों पर महिलाओं को आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर बनाने के लिए सिलाई केंद्र एवं फैशन डिजाइनिंग इंस्टीट्यूट स्थापित किए गए हैं, क्योंकि पद्मश्री विजय चोपड़ा जी और श्रीमती स्वदेश चोपड़ा जी का यह दृढ़ विश्वास रहा है कि यदि महिला आर्थिक तौर पर आत्मनिर्भर होगी तो उसे अपने छोटे-मोटे खर्च के लिए किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा और वह पूरे सम्मान के साथ अपना जीवनयापन कर पाएगी।
अशोक मैहता ने कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर लम्बे समय से श्रीकृष्ण कृपा समिति जीओ गीता परिवार से जुड़े हुए हैं, इसलिए परम श्रद्धेय गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज की भी उनकी महासभा पर विशेष कृपा रही है। अमर शहीद लाला जगत नारायण जी के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय पंजाबी महासभा द्वारा 5 सितम्बर को अम्बाला शहर, 7 सितम्बर को शहजादपुर और 8 सितम्बर को नारायणगढ़ में लगाए जा रहे रक्तदान शिविरों में श्रीकृष्ण कृपा समिति जीओ गीता परिवार की महती भूमिका है। भविष्य में भी दोनों संस्थाएं मिलकर समाजसेवा के विभिन्न प्रकल्प करेंगी।
अशोक मैहता ने कहा कि राष्ट्रीय पंजाबी महासभा ने वर्ष 2010 में तत्कालीन भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार से आग्रह करके पंजाबी भाषा को हरियाणा में दूसरी आधिकारिक भाषा का दर्जा दिलाया था। उन्होंने पंजाबी समुदाय का आह्वान किया कि वे अपने घरों में ही नहीं, बल्कि अपने परिवेश में भी पंजाबी भाषा प्रयोग करें, ताकि हमारी अगली पीढिय़ों को भी पंजाबी संस्कृति से जोड़ा जा सके। इसके अलावा उन्होंने विवाह समारोहों में भी फिजूलखर्ची पर अंकुश लगाने का आह्वान किया।
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अम्बाला में भव्य पंजाबी भवन का निर्माण होगा सर्वोच्च प्राथमिकता : सतीश चावला
राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के नवनियुक्त जिला अध्यक्ष सतीश चावला ने कहा कि वह समाजसेवा से जुड़े अन्य सेवा प्रकल्प तो अच्छे से चलाएंगे ही, लेकिन अम्बाला में भव्य पंजाबी भवन का निर्माण उनकी सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शुमार होगा। उन्हें जिस प्रकार के समाजसेवियों का सहयोग प्राप्त है, उसे देखते हुए वह कह सकते हैं कि अम्बाला में पंजाबी भवन अब दूर नहीं है।
सतीश चावला ने कहा कि उनके पिता स्व. रामजीदास चावला, माता कौशल्या देवी और गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज उनके आदर्श रहे हैं, वह उन्हें नमन करते हैं। उन्होंने कहा कि पद लेना आसान होता है, लेकिन निभाना मुश्किल होता है। ऐसे में, वह राष्ट्रीय पंजाबी महासभा के नैशनल प्रेजिडैंट अशोक मैहता एवं प्रदेश महासचिव चौ. राकेश भल्ला को विश्वास दिलाते हैं कि वह महासभा के जिला अध्यक्ष की जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा के साथ निभाएंगे। उनका पहला प्रकल्प अमर शहीद लाला जगत नारायण जी के शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में 5 सितम्बर को होने वाला रक्तदान शिविर है, जिसमें सभी का सहयोग अपेक्षित है। उन्होंने बताया कि वह बहुत जल्द अपनी जिला कार्यकारिणी घोषित करके कर्मठ लोगों को महासभा के साथ जोड़ेंगे।