24/06/2025
जैसा कि अगले वर्ष हिमालयी महाकुंभ राजजात यात्रा होने वाली है,
तथाकथित, स्वघोषित राजजात समिति के द्वारा जारी की गई पडावों की सूची सोसियल मीडिया पर देखने को मिली।
जिसमें कि मेरे व्यक्तिगत रूप से कुछ सवाल हैं,जिनको कुरूड मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने तथा क्षेत्र कुछ जनप्रतिनिधियों ने राजजात यात्रा की बैठकों में उठाए भी हैं।
1- कि स्वघोषित राजजात समिति का कार्यकाल कितने वर्ष तक का है, क्या वर्ष 2000 की राजजात से एक ही व्यक्ति इस स्वघोषित राजजात समिति का महासचिव रह सकता है?
2- राजजात यात्रा राजा की हो रही या नंदा देवी की?
3- अगर कांसुवा के कुंवर राजा के प्रतिनिधि हैं तो राजजात समिति के अध्यक्ष कैसे हो सकता हैं।
4-अगर नौटी के नौटियाल राजा के राजगुरु हैं तो राजजात समिति के महासचिव कैसे हो सकते हैं।
5- अगर सिद्धपीठ कुरुड की देवी की कोई मान्यता नहीं है तो जब-तक कुरुड की डोली नंदकेसरी नहीं पहुंचती है तो राजजात यात्रा आगे क्यों नहीं बढ़ती। शेष अगले भाग में
सादर ok