Vivencias con Gaby MG

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दु'ष्कर्म के आरोपी हावेरी में जमानत मिलने के बाद विजय जुलूस में जश्न मना रहे हैनाम - मोहम्मद सादिक अगासिमनी, शोएब मुल्ला...
31/05/2025

दु'ष्कर्म के आरोपी हावेरी में जमानत मिलने के बाद विजय जुलूस में जश्न मना रहे है
नाम - मोहम्मद सादिक अगासिमनी, शोएब मुल्ला, तौसीप छोटी, समीवुल्ला लालनवर, आपताब चंदनकट्टी, मदार साब मंदक्की और रियाज सविकेरी
जज साहब इस पर कभी संज्ञान नहीं लेंगे

प्यार में पड़ा आदमी परिवार, पद, प्रतिष्ठा और परम्परा को तोड़ने से परहेज नहीं करता. बिहार में भी लालू यादव के बड़े बेटे तेज ...
31/05/2025

प्यार में पड़ा आदमी परिवार, पद, प्रतिष्ठा और परम्परा को तोड़ने से परहेज नहीं करता. बिहार में भी लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप ने कुछ ऐसा ही किया है जिसमें वे थ्री पी के भंवरजाल फंस गए.
हैं. अनुष्का यादव के प्यार पड़े तेज प्रताप यादव पत्नी, पार्टी और परिवार तीनों को ही गंवा चुके हैं. लालू यादव ने उन्हें प्यार की सजा के तौर पर परिवारिक मूल्यों का निर्वहन नहीं करने के लिए पार्टी से 6 साल से निष्कासित कर दिया है. वहीं परिवार से भी सारा नाता तोड़ने का ऐलान किया है. यहां तक कि भाई तेजस्वी यादव ने भी पिता के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि तेज प्रताप यादव ने जो किया है उसे बर्दाश्त नहीं करेंगे. इसी तरह बेटी रोहिणी आचार्य ने भी कहा कि प्रतिष्ठा पर किसी की वजह से कोई आंच आए ये हमें कदापि स्वीकार्य नहीं है.

ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर वह लड़की कौन हैं जिसके प्यार में तेज प्रताप यादव ने पत्नी, पार्टी और परिवार तीनों से बगावत करने का फैसला लिया. दरअसल, 2018 में तेज प्रताप यादव की शादी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री दरोगा राय की पोती ऐश्वर्या राय से हुई थी. लेकिन दोनों का रिश्ता कुछ महीने बाद ही बदरंग होने लगा जब ऐश्वर्या ने ससुराल वालों के खिलाफ कई किस्म के गंभीर आरोप गए. यहां तक कि तेज प्रताप यादव भी उस समय पत्नी का साथ नहीं दिए. अंततः रोती-बिलखती ऐश्वर्या राय ने राबड़ी आवास से निकलकर तेज प्रताप यादव के खिलाफ कोर्ट जाने के फैसला लिया. आज भी दोनों के बीच तलाक से जुड़ा मामला कोर्ट में चल रहा है.

अब तेज प्रताप ने कहा है कि वे अनुष्का के साथ 12 साल से रिलेशन शिप में हैं. यानी ऐश्वर्या से शादी के पहले से अनुष्का से रिलेशनशिप में थे. तेज प्रताप यादव ने अपना जो पोस्ट डिलीट किया था। उसमें लिखा था, "मैं तेज प्रताप यादव और मेरे साथ इस तस्वीर में जो दिख रही हैं उनका नाम अनुष्का यादव है! हम दोनों पिछले 12 सालों से एक दूसरे को जानते है और प्यार भी करते हैं हमलोग पिछले 12 सालों से एक रिलेशनशिप में रह रहें हैं। मैं बहुत दिनों से आप लोगों से यह बात कहना चाहता था पर समझ नहीं आ रहा था कैसे कहूं। इसलिए आज इस पोस्ट के माध्यम से अपने दिल का बात आप सब के बीच रख रहा हूं! आशा करता हू आपलोग मेरी बातों समझेंगे।

सूत्रों की माने तो अनुष्का यादव बिहार की ही बेटी है. चर्चा है कि अनुष्का यादव तेज प्रताप यादव के एक खास दोस्त की बहन हैं. अनुष्का यादव का भाई पहले आरजेडी में ही था. आरजेडी से हटने के बाद फिलहाल वो किसी और पार्टी में है. मिली जानकारी के मुताबिक़ अनुष्का यादव के पिता का नाम मनोज यादव है. मनोज यादव का परिवार पटना में रहता है. अनुष्का यादव के भाई आकाश यादव है. तेजस्वी यादव ने आकाश को पद से हटा दिया था, जिसपर पार्टी में बवाल भी हुआ था. अनुष्का को उसी कि बहन बताया जा रहा है. हालांकि इसे लेकर अभी तक अनुष्का या तेज प्रताप यादव की ओर से कोई पुष्टि नहीं की गई है.

लालू ने बेटे के खिलाफ एक्शन लेते हुए ट्वीट पर लिखा - निजी जीवन में नैतिक मूल्यों की अवहेलना करना हमारे सामाजिक न्याय के लिए सामूहिक संघर्ष को कमज़ोर करता है। ज्येष्ठ पुत्र की गतिविधि, लोक आचरण तथा गैर जिम्मेदाराना व्यवहार हमारे पारिवारिक मूल्यों और संस्कारों के अनुरूप नहीं है। अतएव उपरोक्त परिस्थितियों के चलते उसे पार्टी और परिवार से दूर करता हूँ। अब से पार्टी और परिवार में उसकी किसी भी प्रकार की कोई भूमिका नहीं रहेगी। उसे पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित किया जाता है। अपने निजी जीवन का भला -बुरा और गुण-दोष देखने में वह स्वयं सक्षम है। उससे जो भी लोग संबंध रखेंगे वो स्वविवेक से निर्णय लें। लोकजीवन में लोकलाज का सदैव हिमायती रहा हूँ। परिवार के आज्ञाकारी सदस्यों ने सावर्जनिक जीवन में इसी विचार को अंगीकार कर अनुसरण किया है। धन्यवाद।

पिता के फैसले का समर्थन करते हुए लालू यादव को किडनी दान करने वाली बेटी रोहिणी आचार्य ने बड़ी घोषणा की. उन्होंने कहा कि 'जो परिवेश , परंपरा , परिवार और परवरिश की मर्यादा का ख्याल रखते हैं , उन पर कभी सवाल नहीं उठते हैं , जो अपना विवेक त्याग कर मर्यादित आचरण व् परिवार की प्रतिष्ठा की सीमा को बारम्बार लांघने की गलती - धृष्टता करते हैं, वो खुद को आलोचना का पात्र खुद ही बनाते हैं .. हमारे लिए पापा देवतुल्य हैं , परिवार हमारा मंदिर व् गौरव और पापा के अथक प्रयासों - संघर्षों से खड़ी की गयी पार्टी व् सामाजिक न्याय की अवधारणा हमारी पूजा .. इन तीनों की प्रतिष्ठा पर किसी की वजह से कोई आंच आए ये हमें कदापि स्वीकार्य नहीं .'

वहीं तेज प्रताप के खिलाफ लालू यादव की इस सख्त कार्रवाई के बाद तेजस्वी यादव ने भी भाई के खिलाफ सख्त टिप्पणी की है. उन्होंने रविवार को कहा कि तेज प्रताप का निजी और राजनीतिक जीवन अलग है. उन्होंने जो किया है (अनुष्का यादव से 12 साल से संबंध) वह बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. अपने पिता लालू यादव के फैसले का समर्थन करते हुए कहा कि राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने जो फैसला लिया है उसमें उन्होंने अपनी भावनाएं स्पष्ट कर दी है. तेजस्वी ने कहा कि तेज प्रताप यादव मुझसे बड़े हैं और बालिग हैं. इसलिए उनके निजी जीवन के फैसले पर उनका अधिकार हैं. लेकिन वे (तेजस्वी) इसे बर्दाश्त नहीं करते हैं और ना ही इसे पसंद करते हैं.

दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान तेज होने के बाद अब खुद को भारतीय नागरिक साबित करने के लिए ...
31/05/2025

दिल्ली में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों के खिलाफ अभियान तेज होने के बाद अब खुद को भारतीय नागरिक साबित करने के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड या राशन कार्ड जैसे दस्तावेज मान्य नहीं होंगे।
दिल्ली पुलिस ने स्पष्ट कर दिया है कि भारतीय नागरिकता का सबूत केवल वोटर आईडी कार्ड या पासपोर्ट ही माना जाएगा। यह फैसला केंद्र सरकार के निर्देश पर लिया गया है, जिसका मकसद बढ़ती अवैध घुसपैठ को रोकना है। क्यों बदले गए नियम? पिछले साल से चल रहे वेरिफिकेशन ड्राइव के दौरान दिल्ली पुलिस को यह देखने को मिला कि बड़ी संख्या में बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठिए आधार, पैन और राशन कार्ड के सहारे खुद को भारतीय नागरिक दर्शा रहे थे। कई मामलों में उनके पास UNHCR द्वारा जारी शरणार्थी कार्ड भी पाए गए। इससे असली-नकली की पहचान करना मुश्किल हो गया था। ऐसे में अब वोटर आईडी और पासपोर्ट को ही अंतिम प्रमाण मानने का फैसला किया गया है।

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के माधोगढ़ तहसील के टीहर गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से एक बेहद शर्मनाक और संवे...
31/05/2025

उत्तर प्रदेश के जालौन जिले के माधोगढ़ तहसील के टीहर गांव स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय से एक बेहद शर्मनाक और संवेदनशील घटना सामने आई है। यहां की ओबीसी यादव जाति से ताल्लुक रखने वाली शिक्षिका संध्या यादव पर दलित छात्राओं के साथ जातिगत भेदभाव, मानसिक प्रताड़ना और अमानवीय व्यवहार करने के गंभीर आरोप लगे हैं।
'तुम…हो, हम यादव हैं' - छात्राओं के साथ अमानवीय व्यवहार

छोटे-छोटे बच्चे, जो अपने घरों से शिक्षा लेने आते हैं, उन्होंने खुलकर बताया कि उनकी यादव शिक्षिका संध्या यादव जातिसूचक और अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल करती हैं। छात्राओं के अनुसार, उन्हें "तुम चमार हो, हम यादव हैं, हमसे दूर रहो" कहकर अलग-थलग किया जाता है। ऐसा व्यवहार न केवल शिक्षा के अधिकार का उल्लंघन है, बल्कि मानसिक प्रताड़ना का भी गंभीर मामला है।
मां-बाप खो चुकी छात्रा को शिक्षिका ने नहीं बक्शा

एक छात्रा, जिसके माता-पिता इस दुनिया में नहीं हैं, ने बताया कि संध्या यादव ने उससे कहा, "तुम्हारे मां-बाप तो मर गए, अब डीएम तुम्हें यहां मरने को छोड़ गया है।" यह बयान न केवल अमानवीय है, बल्कि यह दर्शाता है कि जातिगत भेदभाव की मानसिकता कितनी जड़ें जमा चुकी है।

प्राचार्या का जवाब और शिक्षा अधिकारी की जांच का आश्वासन

मामले पर जब विद्यालय की प्रधानाचार्या साधना निरंजन से संपर्क किया गया तो उन्होंने कॉल काट दी और बाद में जवाब नहीं दिया। वहीं, विकास खंड शिक्षा अधिकारी मुक्तेश कुमार गुप्ता ने कहा कि मामले की जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने साफ किया कि जातिगत भेदभाव किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा।

सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो

शिक्षिका के प्रति बच्चों ने जो कुछ भी कहा, उसका वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। जिस पर लोग सख्त टिप्पणी कर रहे हैं। कई लोगों ने तो शिक्षिका को जेल भेजने तक की मांग रखी हैं, तो कई लोगों ने ऐसी मानसिकता वाले लोगों को सरकारी नौकरी से ही बाहर करने की डिमांड रख दी है।

प्रदेश के तिरुपति में एक बत्तख पालक और उसके परिवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन्होंने आदिवासी समुदाय की ए...
31/05/2025

प्रदेश के तिरुपति में एक बत्तख पालक और उसके परिवार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि इन्होंने आदिवासी समुदाय की एक महिला और उसके तीन बच्चों को 25,000 रुपये के कर्ज के लिए बंधुआ मजदूर के तौर पर रखा.
फिर एक बेटे को "जमानत" पर रखकर बाकी को छोड़ दिया. जब महिला सूद सहित कर्ज की रकम इकट्ठा कर अपने बेटे को वापस लेने गई तो आरोपियों ने कह दिया कि बच्चा भाग गया है. पुलिस शिकायत हुई और जांच हुई तो बच्चा कब्र में मिला. ने शव को तमिलनाडु के कांचीपुरम में अपने ससुराल के घर के पास दफना दिया था. आरोपियों ने बच्चे के शव को दूसरे राज्य में यह कहते हुए गुप्त रूप से दफना दिया है कि उसकी मौत पीलिया से हुई है.

किस बात का था कर्ज

मंगलवार को जब पुलिस ने लड़के का शव निकाला, तो महिला जमीन पर बैठी हुई थी और बेकाबू होकर रो रही थी. पीड़ित अनकम्मा, उनके पति चेन्चैया और उनके तीन बेटे, जो सभी यानाडी आदिवासी समुदाय से हैं. वे तिरुपति में बत्तख पालक के लिए एक साल तक काम करते रहे. चेन्चैया की मृत्यु हो गई, लेकिन नियोक्ता ने जबरन अनकम्मा और उसके तीन बच्चों को उसके लिए काम करवाना जारी रखा, और कहा कि वे नहीं जा सकते क्योंकि उसके पति ने उससे 25,000 रुपये का कर्ज लिया था.

मजबूरी में बेटे को गिरवी रखा

अधिकारियों ने कहा कि अनकम्मा और तीनों बच्चों को बहुत लंबे समय तक काम कराया गया और उसने अधिक मजदूरी की गुहार लगाई, लेकिन बत्तख पालक ने इनकार कर दिया. जब उसने जोर देकर कहा कि वह जाना चाहती है, तो उसने कर्ज चुकाने के लिए 45,000 रुपये (20,000 रुपये ब्याज के साथ) मांगे. उसने पैसे का इंतजाम करने के लिए 10 दिन मांगे, लेकिन उसे बताया गया कि उसे अपने एक बच्चे को जमानत के तौर पर छोड़ना होगा. कोई विकल्प न होने पर वह अनिच्छा से सहमत हो गई.

बेटा मां से छुड़ाने की विनती करता था

अनकम्मा कभी-कभी अपने बेटे से फोन पर बात करती थी और हर बार वह उसे लेने के लिए आने की विनती करता था, यह कहते हुए कि वह बहुत काम कर रहा है. आखिरी बार उसने उससे 12 अप्रैल को बात की थी. अप्रैल के आखिरी सप्ताह में, अनकम्मा ने पैसे का इंतजाम किया और बत्तख पालक से संपर्क किया, और उसे बताया कि वह अपने बेटे को लेने आ रही है. उस आदमी ने शुरू में उसे बताया कि लड़के को कहीं और भेज दिया गया है. जब उसने जानकारी के लिए उस पर दबाव डाला, तो उसने कहा कि लड़के को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और आखिरकार, वह भाग गया है. अपने बेटे के साथ कुछ होने के डर से, अनकम्मा ने कुछ आदिवासी समुदाय के नेताओं की मदद से स्थानीय पुलिस से संपर्क किया.

तिरुपति कलेक्टर ने क्या कहा

पुलिस की एक टीम गठित की गई और जब उससे पूछताछ की गई तो बत्तख पालक ने स्वीकार किया कि लड़के की मौत हो गई थी और उसने शव को कांचीपुरम में गुप्त रूप से दफना दिया था. उस व्यक्ति, उसकी पत्नी और उसके बेटे को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया और सोमवार को बंधुआ मजदूरी प्रणाली (उन्मूलन) अधिनियम, बाल श्रम अधिनियम, किशोर न्याय अधिनियम, एससी/एसटी अत्याचार अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया. मंगलवार को शव को बाहर निकाला गया और पोस्टमार्टम किया जा रहा है. तिरुपति कलेक्टर वेंकटेश्वर ने एनडीटीवी को बताया कि वे मामले को गंभीरता से ले रहे हैं.

आरोपी परिवार ने क्या कहा

अनकम्मा ने कहा, "सीसीटीवी फुटेज में दिखाया गया है कि लड़के को अस्पताल ले जाया गया था. बत्तख पालने वाले के परिवार का कहना है कि लड़के की मौत पीलिया से हुई, लेकिन उसे गुप्त रूप से दफना दिया गया और उसके परिवार को इसकी जानकारी नहीं दी गई. हम इस मामले को गंभीरता से ले रहे हैं." कार्यकर्ताओं ने कहा कि यानाडी जनजाति के लोग बंधुआ मजदूरी के लिए विशेष रूप से असुरक्षित हैं और हाल के दिनों में समुदाय के 50 सदस्यों को बचाया गया है. एक कार्यकर्ता ने कहा, "आमतौर पर पीड़ितों को फंसाने के लिए अग्रिम राशि का इस्तेमाल किया जाता है."

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित आयकर विभाग के दफ्तर में IRS अधिकारी गौरव गर्ग पर हमला हुआ है. जानकारी के अ...
31/05/2025

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के हजरतगंज स्थित आयकर विभाग के दफ्तर में IRS अधिकारी गौरव गर्ग पर हमला हुआ है. जानकारी के अनुसार हमला विभाग के ही एक अधिकारी ने किया है.
गौरव गर्ग घायल हैं और उन्हें लखनऊ स्थित सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गौरव गर्ग, IPS रवीना त्यागी के पति हैं.

सूत्रों के मुताबिक गौरव गर्ग से झगड़े के बाद उन्हें पीटा गया और धक्का-मुक्की की गई, जिसके बाद उन्हें फौरन अस्पताल ले जाया गया. दावा है कि इनकम टैक्स के असिस्टेंट कमिश्नर ने गौरव गर्ग को दफ्तर के कमरे में बंद कर मारा है. सूत्रों की अनुसार चेहरे पर चोट लगी है, 2014 बैच के अधिकारी योगेंद्र मिश्रा ने गौरव गर्ग को मारा है.

गौरव गर्ग को पेपर वेट और घुसे से मारा

योगेंद्र की एक प्रकरण में जांच चल रही थी, उसी जांच के सिलसिले में योगेंद्र आया था और किसी बात को लेकर गौरव गर्ग से वाद विवाद हुआ. इसके बाद उसने पेपर वेट और घुसे से मारा है. लगभग 3 बजे के आसपास का मामला बताया जा रहा है. डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव और आईएएस राजशेखर भी अस्पताल पहुंचे हुए हैं. वहीं गौरव गर्ग की तहरीर पर हजरतगंज कोतवाली में दर्ज FIR होगी.

तहरीर मिलेगी उसी हिसाब से कार्रवाई होगी- डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव

डीसीपी सेंट्रल आशीष श्रीवास्तव ने कहा कि हमें सूचना प्राप्त हुई है कि उन्हें सिविल अस्पताल लाया गया है, वह अभी सुरक्षित हैं और चिकित्सीय परीक्षण हो रहा है. यहां पर अभी गौरव गर्ग हैं जो 2016 बैच के IRS अधिकारी हैं. किसने मारा है इसके सवाल पर डीसीपी सेंट्रल ने कहा कि जो तहरीर मिलेगी उसी हिसाब से कार्रवाई होगी, किस बारे में विवाद हुआ उसकी जानकारी नहीं है. अभी उनका इलाज किया जा रहा है, अभी हमें तहरीर कोई प्राप्त नहीं हुई है, तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी.

श्रीलीला, दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग की एक उभरती हुई अभिनेत्री, ने न केवल अपने अभिनय कौशल से बल्कि अपने मानवीय कार्यों स...
30/05/2025

श्रीलीला, दक्षिण भारतीय फिल्म उद्योग की एक उभरती हुई अभिनेत्री, ने न केवल अपने अभिनय कौशल से बल्कि अपने मानवीय कार्यों से भी लोगों का दिल जीता है। साल 2022 में, मात्र 21 वर्ष की आयु में, उन्होंने दो विशेष आवश्यकता वाले अनाथ बच्चों, गुरु और शोभिता, को गोद लिया। यह कदम उन्होंने एक अनाथालय की यात्रा के दौरान उठाया, जहाँ इन बच्चों की स्थिति ने उन्हें गहराई से प्रभावित किया और उन्होंने उन्हें बेहतर जीवन देने का निर्णय लिया।

श्रीलीला का जन्म 14 जून 2001 को अमेरिका के डेट्रॉइट में हुआ था, लेकिन उनका पालन-पोषण बेंगलुरु, भारत में हुआ। उनकी माँ, स्वर्णलता, एक प्रसिद्ध स्त्रीरोग विशेषज्ञ हैं। श्रीलीला ने बचपन से ही भरतनाट्यम नृत्य में प्रशिक्षण लिया और चिकित्सा क्षेत्र में करियर बनाने की इच्छा से एमबीबीएस की पढ़ाई की, जिसे उन्होंने 2021 में पूरा किया।

अभिनय के क्षेत्र में उन्होंने 2019 में कन्नड़ फिल्म किस से शुरुआत की और पेल्ली संदड़, धमाका जैसी फिल्मों में अभिनय किया। हाल ही में, उन्होंने बॉलीवुड में भी कदम रखा है और कार्तिक आर्यन के साथ अनुराग बसु की आगामी फिल्म में नजर आएंगी।

श्रीलीला की यह मानवीय पहल समाज में एक सकारात्मक संदेश देती है कि युवा भी समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को समझते हैं और उन्हें निभाने के लिए तत्पर हैं। उनकी यह कहानी प्रेरणादायक है और यह दिखाती है कि कैसे एक युवा अभिनेत्री ने अपने करियर की शुरुआत में ही समाज सेवा को प्राथमिकता दी।

प्रवीण हूडा: हरियाणा की मुक्केबाजी सनसनीहरियाणा के रोहतक की रहने वाली प्रवीण हूडा ने मुक्केबाजी में अपनी शानदार उपलब्धिय...
30/05/2025

प्रवीण हूडा: हरियाणा की मुक्केबाजी सनसनी

हरियाणा के रोहतक की रहने वाली प्रवीण हूडा ने मुक्केबाजी में अपनी शानदार उपलब्धियों से भारत का नाम रोशन किया है। उन्होंने तुर्की में आयोजित एक अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी प्रतियोगिता में तुर्की की महिला बॉक्सर को एकतरफा हराकर स्वर्ण पदक जीता। इस जीत ने उनकी तकनीकी कुशलता और दृढ़ संकल्प को उजागर किया।

2022 में एशियन बॉक्सिंग चैंपियनशिप में प्रवीण ने फाइनल में अपने प्रतिद्वंद्वी को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया, जिससे भारत को गर्व का क्षण मिला। उनकी इस उपलब्धि ने उन्हें देशभर में प्रशंसा दिलाई। 2023 के एशियन गेम्स में भी उन्होंने क्वार्टर फाइनल में प्रवेश कर मेडल की दौड़ में मजबूत स्थिति बनाई।

हरियाणा, जो मुक्केबाजी में अपनी मजबूत परंपरा के लिए जाना जाता है, ने प्रवीण जैसी प्रतिभाओं को सामने लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनकी मेहनत, अनुशासन और समर्पण ने उन्हें राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई मेडल दिलाए हैं। प्रवीण की कहानी युवा खिलाड़ियों, खासकर महिलाओं के लिए प्रेरणा है, जो यह दर्शाती है कि कठिन परिश्रम से बड़े सपने साकार हो सकते हैं।

प्रवीण हूडा न केवल एक उत्कृष्ट एथलीट हैं, बल्कि एक ऐसी शख्सियत भी हैं जो समाज में बदलाव लाने का प्रतीक हैं। उनकी सफलता महिलाओं को खेल और अन्य क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करती है। वह हरियाणा की उस भावना का प्रतीक हैं, जो कहती है कि मेहनत और हौसले से हर मंजिल हासिल की जा सकती है।

सिनेमा मे गरजने के लिए तैयार है सुनील शेट्टी अबकी बार सब पर किया जाएगा वारअब सिर्फ देशभक्त ही छाएंगे सिनेमा मे
30/05/2025

सिनेमा मे गरजने के लिए तैयार है सुनील शेट्टी अबकी बार सब पर किया जाएगा वारअब सिर्फ देशभक्त ही छाएंगे सिनेमा मे

अब दिल्ली से कश्मीर तक की यात्रा पहले से कहीं अधिक सुगम और रोमांचक होने जा रही है, क्योंकि जनवरी 2025 से वंदे भारत एक्सप...
30/05/2025

अब दिल्ली से कश्मीर तक की यात्रा पहले से कहीं अधिक सुगम और रोमांचक होने जा रही है, क्योंकि जनवरी 2025 से वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन नई दिल्ली से सीधे श्रीनगर के लिए शुरू होने जा रही है। यह हाई-स्पीड ट्रेन न केवल दिल्ली और कश्मीर के बीच सफर को तेज़ और आरामदायक बनाएगी, बल्कि दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल - चिनाब ब्रिज - से गुजरकर यात्रियों को एक अविस्मरणीय अनुभव भी देगी। यह पुल 359 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और अपने आप में एक अद्भुत इंजीनियरिंग चमत्कार माना जाता है। ट्रेन शाम 7 बजे नई दिल्ली से रवाना होगी और अगले दिन सुबह 8 बजे श्रीनगर पहुंचेगी, जिससे 800 किलोमीटर की दूरी महज 13 घंटे में तय होगी। इस ट्रेन में यात्रियों की सुविधा के लिए एसी 3 टियर (11 कोच), एसी 2 टियर (4 कोच) और एसी फर्स्ट क्लास (1 कोच) की व्यवस्था होगी, जिनमें आधुनिक सीटिंग, वाई-फाई और स्वच्छता जैसे सभी प्रमुख सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। ट्रेन प्रमुख स्टेशनों जैसे अंबाला, लुधियाना, जम्मू तवी और कटरा पर रुकेगी। किराया अनुमानित रूप से 3एसी के लिए ₹2,000, 2एसी के लिए ₹2,500 और एसी फर्स्ट क्लास के लिए ₹3,000 तक हो सकता है। इस नई रेल सेवा के शुरू होने से दिल्ली और कश्मीर के बीच आवागमन आसान होगा, पर्यटकों को सुविधा मिलेगी और क्षेत्रीय आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा। वंदे भारत की यह यात्रा आधुनिक भारत की बुनियादी ढांचे में हो रही प्रगति का प्रतीक बनेगी, जो आने वाले समय में देश की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाएगी।

केन्या में पर्दे के हनुमान दारा सिंह की बहादुरी: सुनील का बैग छीनने वाले चोर को धर दबोचाभारत के सिनेमा जगत के शेर दुलारे...
30/05/2025

केन्या में पर्दे के हनुमान दारा सिंह की बहादुरी: सुनील का बैग छीनने वाले चोर को धर दबोचा

भारत के सिनेमा जगत के शेर दुलारे, दारा सिंह, जो अपने दबंग रोल और हनुमान जैसे किरदारों के लिए जाने जाते हैं, असल जिंदगी में भी अपनी बहादुरी और त्वरित कार्रवाई से लोगों के दिलों में खास जगह बना चुके हैं। हाल ही में केन्या की एक सड़क पर हुई एक घटना ने साबित कर दिया कि पर्दे पर निभाया गया उनका हनुमान का किरदार सिर्फ अभिनय नहीं, बल्कि उनकी असली जिंदगी का भी हिस्सा है।

यह घटना तब घटी जब सुनील और दारा सिंह केन्या में शॉपिंग कर रहे थे। जैसे ही वे शॉपिंग से लौट रहे थे, अचानक एक चोर ने सुनील के हाथ से उनका बैग छीन लिया। यह देखकर दारा सिंह ने बिना कोई हिचकिचाहट दिखाए तुरंत उसका पीछा करना शुरू कर दिया। उनकी फुर्ती और साहस देखकर आसपास के लोग भी हैरान रह गए। चोर के भागने की कोशिश के बावजूद दारा सिंह ने उसे पकड़ लिया और जमीन पर पटक दिया।

दारा सिंह की यह त्वरित प्रतिक्रिया न केवल चोर को पकड़ने में कारगर साबित हुई, बल्कि सुनील का बैग भी सुरक्षित वापस मिल गया। इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया कि असल जिंदगी में भी दारा सिंह पर्दे पर निभाए गए हनुमान के किरदार की तरह वीर और निडर हैं। उनकी बहादुरी और कर्तव्यनिष्ठा ने उन्हें एक सच्चे नायक के रूप में स्थापित कर दिया।

सुनील के लिए यह घटना बेहद महत्वपूर्ण थी, क्योंकि बैग में उनकी कई जरूरी चीजें थीं। दारा सिंह की इस मदद से न केवल उनकीमती सामान बचा, बल्कि एक बड़ी मुश्किल से भी छुटकारा मिला। इस पूरी घटना ने यह संदेश दिया कि बहादुरी और सही वक्त पर सही कदम उठाना कितना अहम होता है।

इस घटना को देखकर यह भी समझ आता है कि अभिनय और असल जिंदगी के बीच की खाई हमेशा इतनी गहरी नहीं होती। दारा सिंह जैसे कलाकारों ने जो हनुमान, शेर या बहादुर योद्धा का रोल निभाया है, वे उस साहस और कर्तव्यबोध का प्रतिबिंब होते हैं, जो वे असल जिंदगी में भी दिखाते हैं।

दारा सिंह की इस बहादुरी की कहानी सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रही है और लोग उनकी तारीफ कर रहे हैं। उन्हें असली नायक बताते हुए कहा जा रहा है कि पर्दे पर जितना वे जुझारू हैं, उससे कहीं ज्यादा वे असल जिंदगी में हैं।

यह घटना हमें यह भी सिखाती है कि जब कोई सही समय पर साहस दिखाता है, तो छोटी सी कोशिश भी बड़ी मुसीबत को टाल सकती है। दारा सिंह ने न केवल चोर को पकड़कर एक अपराध को रोका, बल्कि यह भी दिखाया कि सच्चा नायक वह होता है जो हमेशा न्याय के लिए खड़ा होता है।

भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज न्यू पंबन रेल पुल का आज उद्घाटनरामेश्वरम में बने इस पुल के ऊपर ट्रेन दौड़ेगी, समुद्र...
30/05/2025

भारत के पहले वर्टिकल लिफ्ट सी ब्रिज न्यू पंबन रेल पुल का आज उद्घाटन
रामेश्वरम में बने इस पुल के ऊपर ट्रेन दौड़ेगी, समुद्री जहाज को ऊपर उठ नीचे से देगा रास्ता। 💐💯❤🙏

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