13/05/2024
मोदी जी उपलब्ध नहीं है 😂🤬
दो पूर्व न्यायधीशों और एक पत्रकार के द्वारा नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी को सार्वजनिक बहस के लिए आमंत्रित किया गया है जिसपर राहुल गांधी ने किन्तु परन्तु के बिना ही निमंत्रण को स्वीकार कर लिया लेकिन नरेंद्र मोदी ने इस विषय पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.
जरा सोचिए यदि इस तरह की सार्वजनिक बहस अगर हो सकती तो कितना अच्छा होता, भारत की 140 करोड़ की आबादी को दोनों प्रत्याशियों की सोच और समझ का अंदाजा लग सकता था और यह भी स्पष्ट हो सकता था कि चुनाव प्रचार में यह जो गारंटी का खेल चल रहा है उसमें किसकी गारंटी की गारंटी होगी और किसकी गारंटी की गारंटी लेने वाला भी नहीं होगा और वैसे भी चुनाव में बोली जाने वाली बातें जुमला भी हो सकती है इस पर से भी पर्दा उठ जाता.
लोकसभा चुनाव 2024 में जहां राहुल गांधी आत्मविश्वास से भरपूर दिख रहे हैं उन्होंने बिना किसी शर्त के इस चुनौती को स्वीकार कर लिया वहीं दूसरी ओर भाजपा के नेतागण कह रहे हैं कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नहीं है. इसीलिए वो नरेंद्र मोदी के सामने डिबेट के लिए योग्य नहीं है.
मान लेते हैं बीजेपी सही कह रही है क्योंकि इंडिया गठबंधन अघोषित प्रधानमंत्री के ही चुनाव में उतरी है लेकिन जिस तरह से राहुल गांधी लोगों के साथ जुड़ रहे हैं और लोगों से इंडिया गठबंधन की जीत के लिए वोट मांग रहे हैं, उससे तो यही लगता है कि राहुल गांधी विपक्ष का प्रमुख चेहरा है और देखा जाए तो नरेंद्र मोदी अधिकांश राहुल गांधी को ही अपने भाषण में निशाने पर रखते हैं, फिर उनके साथ बहस करने में कैसी शर्म?
सम्भवतः यह मुमकिन है कि बीजेपी को पता चल गया है कि इस बार लोकसभा चुनाव में जीत की राह आसान नहीं है और आसान नहीं है राहुल गांधी को घेरना तभी नाच न जाने आंगन टेढ़ा है कहकर बीजेपी खुद बच रही और अपने प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को भी बचा रही है.
#कौन_बनेगा_प्रधानमंत्री_2024