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Madhesh Online "Make things easy for the people, and do not make it difficult for them, and make them calm (with g

20/05/2025
02/05/2025

मधेस में जो जातियाँ पहले 'छोटी' मानी जाती थीं — जैसे तेली, चमार, धानुक, धोबी, मुसहर आदि — आज भी सत्ता और आंदोलन में केवल मोहरा बनकर रह गई हैं। वे 'हिंदू-हिंदू' चिल्ला तो रही हैं, लेकिन फायदा आज भी सत्ता में बैठे या वर्चस्व खो रहे ऊँची जातियों के लोगों को ही मिल रहा है। इतिहास गवाह है — माओवादी आंदोलन में हजारों जानें गईं, लेकिन फायदा चुनिंदा लोगों को मिला।
राजतंत्र के अंत के साथ ब्राह्मण-भूमिहारों का वर्चस्व गया, पर अब लोकतंत्र में यादवों के हाथ में सत्ता आई है। सवाल यह है — क्या वे भी वही रास्ता अपनाएंगे, या कुछ नया और समावेशी करेंगे?

02/05/2025

यह सच है कि मधेस में, ब्राह्मणों और भूमिहारों का वर्चस्व राजतंत्र समाप्त होने के साथ ही खत्म हो चुका है। अब यह वर्चस्व लोकतंत्र की शुरुआत के बाद यादवों के हाथ आ गया है! क्या यह नया वर्चस्व कायम रह पाएगा?

किसी भी आंदोलन में हमेशा गरीब, लाचार, मासूम और भोले-भाले आम छोटी और निचले जाति के लोग ही पिसते हैं, जबकि फायदा ऊंची जाति...
02/05/2025

किसी भी आंदोलन में हमेशा गरीब, लाचार, मासूम और भोले-भाले आम छोटी और निचले जाति के लोग ही पिसते हैं, जबकि फायदा ऊंची जाति के ब्राह्मण , बनीया लोगों को मिलता है। अतीत में झाँकें, माओवादी संघर्ष में 17000 से अधिक जनता मारी गई, फायदा किसे हुआ? अब भी वक्त है, सुधर जाओ!

02/05/2025

किसी भी आंदोलन में हमेशा गरीब, लाचार, मासूम और भोले-भाले आम छोटी जाति के लोग ही पिसते हैं, जबकि फायदा ऊंची जाति के लोगों को मिलता है। अतीत में झाँकें, माओवादी संघर्ष में 17000 से अधिक जनता मारी गई, फायदा किसे हुआ? अब भी वक्त है, सुधर जाओ!

02/05/2025

हमारे मधेस में जितने भी कल तक छोटी जातियाँ थीं, जैसे कि तेली, सूरी, धानुक, दुसाध, चमार, धोबी, गुवार, वनगुवार, कोईरी, केवट, पासी, मुसहर, हलखोर, आज सब अनजाने में 'हिंदू-हिंदू' कर रहे हैं। दुख तो इस बात का है कि ये सब कल भी छोटी जातियाँ थीं और मार-काट के नारे, जुलूस और आतंक मचाने के बाद भी, मिलेगा तो इनको वही पुराना दर्जा। फायदा होगा तो केवल उसी को जिसके हाथ में सत्ता जाती है। दूसरा लाभ वो उठाते हैं जिनका आज समाज से वर्चस्व समाप्ति के कगार पर है।

29/04/2025

#बिहार में चुनाव है ??

29/04/2025

उन्होंने जाती पूछ के मारा धर्म नहीं

उन्होंने कहा च$मारों यहां क्या कर रहे हो... हमने कहा भैया कैसे बात कर रहे हो.... मेरे यह बोलते ही उनके हाथ में जो कुछ था उसे मा$रने लगे 👇

अरे मेरे प्यारे दोस्तों, सुनो! 😜 कुछ लोग हैं ना, जिनके दिमाग में बस *गोबर* भरा है और वो *अंधभक्तों* की तरह हर बात में सा...
29/04/2025

अरे मेरे प्यारे दोस्तों, सुनो! 😜 कुछ लोग हैं ना, जिनके दिमाग में बस *गोबर* भरा है और वो *अंधभक्तों* की तरह हर बात में साजिश ढूंढते हैं। उनके लिए मैं एक मस्त, मजेदार पोस्ट लिखता हूँ, जिसमें थोड़ी नसीहत भी हो और तुम्हारा सवाल भी पूरा हो जाए। तो चलो, * गोबर ग्रहण करने वाले प्राणी को *चुनाव और हमले* की लिस्ट भी दे देता हूँ, ताकि इन *गोबर-दिमाग* वालों को कुछ *अक्ल* आए! 😎

**📢 अंधभक्तों और गोबर-दिमाग वालों के लिए स्पेशल पोस्ट! 🚨**

ए भाई, सुनो! तुम्हारा दिमाग तो *साजिश के खेत* में उगा हुआ लगता है, जहां हर बारिश में *षड्यंत्र* की फसल लहलहाती है! 😅 हर बार चुनाव आते हैं, तुम चिल्लाने लगते हो, “अरे, ये हमला हुआ, वो साजिश हुई!” भाई, थोड़ा *दिमाग का Wi-Fi* चालू करो, *5G स्पीड* से सोचो, और *फैक्ट्स* को डाउनलोड करो! 😜 आतंकी हमले कोई *चुनावी मसाला* नहीं, जो हर बार वोट से पहले गरमागरम परोसा जाए। ये गंभीर मसले हैं, इनका *पॉलिटिकल तड़का* लगाना बंद करो!

**नसीहत नंबर 1: 🧠 दिमाग को धो लो!**
हर चीज में *BJP, Congress, या Pakistan* का भूत मत ढूंढो। आतंकी हमले देश की सुरक्षा और शांति को निशाना बनाते हैं, न कि तुम्हारे *वोट की पेटी* को! *X* पर बैठकर *वायरल साजिश* फैलाने से पहले दो मिनट *Google* कर लिया करो।

**नसीहत नंबर 2: 📚 फैक्ट्स पढ़ो, अफवाहें मत फैलाओ!**
तुम्हारे लिए मैंने मेहनत करके *चुनावों से पहले हुए बड़े आतंकी हमलों* की लिस्ट बनाई है। ये लिस्ट *DeepSearch* से निकाली है, न कि *WhatsApp University* से! 😏 इसे पढ़ो, और अगली बार *गोबर* की जगह *ज्ञान* फैलाओ!

# # # 🗳️ चुनावों से पहले हुए प्रमुख आतंकी हमलों की लिस्ट
*(ध्यान दो, भाई! ये तारीखें और फैक्ट्स हैं, कोई *मसाला न्यूज़* नहीं!)*

1. **2001 संसद हमला (13 दिसंबर 2001)**
- **कहाँ**: नई दिल्ली, संसद भवन
- **क्या हुआ**: जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-ताइबा के 5 आतंकियों ने हमला किया। 9 लोग शहीद (6 सुरक्षाकर्मी, 1 माली, 2 कर्मचारी)।
- **चुनाव**: यूपी विधानसभा चुनाव (फरवरी-मार्च 2002) से ~2 महीने पहले।
- **नसीहत**: भाई, ये हमला लोकतंत्र पर था, न कि किसी पार्टी के वोट पर!

2. **2008 मुंबई हमला (26-29 नवंबर 2008)**
- **कहाँ**: मुंबई (ताज होटल, CST, नरीमन हाउस)
- **क्या हुआ**: लश्कर-ए-ताइबा के 10 आतंकियों ने 166 लोगों को मारा, 300+ घायल।
- **चुनाव**: 2009 लोकसभा चुनाव (अप्रैल-मई 2009) से ~5 महीने पहले।
- **नसीहत**: इतना बड़ा हमला था, पर तुम्हारे *चुनावी साजिश* वाले दिमाग ने इसे भी वोट से जोड़ दिया? शर्म करो! 😝

3. **2014 छत्तीसगढ़ नक्सल हमला (11 मार्च 2014)**
- **कहाँ**: सुकमा, छत्तीसगढ़
- **क्या हुआ**: नक्सलियों ने CRPF जवानों पर हमला किया, 16 मरे।
- **चुनाव**: 2014 लोकसभा चुनाव (अप्रैल-मई 2014) से ~1-2 महीने पहले।
- **नसीहत**: नक्सल हमले और आतंकी हमले अलग हैं, भाई! *गोबर* हटाओ, *फर्क* समझो!

4. **2016 उरी हमला (18 सितंबर 2016)**
- **कहाँ**: उरी, जम्मू-कश्मीर
- **क्या हुआ**: 4 आतंकियों ने सेना कैंप पर हमला किया, 19 सैनिक शहीद।
- **चुनाव**: यूपी और पंजाब विधानसभा चुनाव (फरवरी-मार्च 2017) से ~5 महीने पहले।
- **नसीहत**: सर्जिकल स्ट्राइक हुई थी, याद है? वो *देश की ताकत* थी, न कि *चुनावी ड्रामा*!

5. **2019 पुलवामा हमला (14 फरवरी 2019)**
- **कहाँ**: पुलवामा, जम्मू-कश्मीर
- **क्या हुआ**: जैश-ए-मोहम्मद के आत्मघाती हमलावर ने CRPF काफिले पर हमला किया, 40 जवान शहीद।
- **चुनाव**: 2019 लोकसभा चुनाव (अप्रैल-मई 2019) से ~2 महीने पहले।
- **नसीहत**: बालाकोट एयरस्ट्राइक से आतंकियों की हवा निकली, पर तुम *X* पर साजिश लिखते रहे! 😆

6. **2025 पहलगाम हमला (22 अप्रैल 2025)**
- **कहाँ**: बैसरण घाटी, पहलगाम, जम्मू-कश्मीर
- **क्या हुआ**: 5 आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया, 26 मरे (ज्यादातर हिंदू पर्यटक), 20+ घायल।
- **चुनाव**: बिहार विधानसभा चुनाव (अक्टूबर-नवंबर 2025, संभावित) से ~6 महीने पहले।
- **नसीहत**: ये हमला *पर्यटन और शांति* को निशाना बनाकर हुआ, न कि तुम्हारे *वोटबैंक* को!

**नसीहत नंबर 3: 🇮🇳 देश पहले, साजिश बाद में!**
भाई, आतंकवाद का जवाब *एकजुटता* से देना होता है, न कि Facebook *X* पर *मसाला* फैलाकर। हर हमले को *चुनावी चश्मे* से देखना बंद करो। देश की सेना, सरकार, और खुफिया एजेंसियाँ काम कर रही हैं। तुम *कीबोर्ड योद्धा* बनकर *अफवाह का बम* मत फोड़ो!

**अंधभक्तों को आखिरी सलाह: 😎**
- *गोबर* निकालो, *ज्ञान* डालो।
-Facebook & *X* पर *ट्रोलिंग* की जगह *सच* शेयर करो।
- अगर फिर भी साजिश सूझे, तो *चाय* पीओ और *दिमाग* ठंडा करो! ☕

तो, मेरे *गोबर-दिमाग* वाले भाइयों, अब *फैक्ट्स* पढ़ लिए? अगली बार *चुनाव और हमले* की बात करो, तो ये लिस्ट याद रखना। और हाँ, *अंधभक्ति* छोड़कर *देशभक्ति* अपनाओ! 😍

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**दोस्त, कैसी लगी पोस्ट?** 😄 हर तरफ़ फैला दो।। जितनी हो उतनी शेयर करदो ।। जय मधेश ।। जय नेपाल ।।

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