29/09/2024                                                                            
                                    
                                                                            
                                            एक लड़के ने किसी फाइनेंस कम्पनी से 1 लाख का लोन लिया था, 24 महीने की किश्त में... भर दिया। फिर उसे 5 लाख के लोन का ऑफर मिला। लड़का चौड़ा हो गया। मेरे पास आया, बोला "मुझे 5 लाख का लोन मिल रहा है, ले लूं क्या?" 
मैंने उससे पूछा "क्या करना है लोन का? कहाँ ज़रूरत है? कितना ईएमआई आएगा और ड्यूरेशन क्या है?
क्या करेगा पैसों का और ज़रूरत क्यों हैं इसका कोई महत्वपूर्ण कारण या योजना नहीं बता पाया वो। इसके अलावा उसने बताया कि 15,500 किश्त है और 5 साल लोन पीरियड है। मैंने अच्छे तरीके से सारा जोड़ बाकी गुणा भाग करके समझाया उसे और इस तरह के प्रलोभनों से दूर रहने की सलाह दी। 
ये बात करीब दो साल पुरानी है। अब वो वापस आया, बोला 5 का तो नहीं 3 लाख का लोन लिया था। अब किश्तें नहीं भरी जाती। बहुत बुरी तरह से फंस गया हूँ। कोई रास्ता बताओ इससे निकलने का... पिछली किश्त बाउंस हो चुकी है। जीना हराम कर दिया है कम्पनी वालों ने। 
ऐसे लोगों का मैं क्या करूँ? लगातार समझाता रहता हूँ। लिखकर समझाता हूँ, बोल कर समझाता हूँ। पुचकार कर, डराकर, चाय पिलाकर प्यार से समझाता हूँ उसके बावजूद भी कोई गटर में जा गिरे तो हम जैसे लोग क्या करें ऐसे लोगों का? जिन्हें ठोकर खाने के बाद ही पत्थर की लंबाई मोटाई दिखाई देती है ऐसे आँख के अंधों का क्या करे कोई?  
कोई भी ऐसा कर्ज़ जो ब्याज माफियाओ से लिया गया है। ऐसी कम्पनियो से लिया गया है जिनकी ब्याजदर ज़्यादा है और सिक्युरिटी नहीं मांग रहे वे कोई... ज़्यादा कागज़ी कार्यवाही नहीं कर रहे। आपके पास कोई मज़बूत कार्य योजना नहीं है, प्रोजेक्ट रिपोर्ट नहीं है। वो लोन चौथी किश्त से अपना भयानक रूप दिखाना शुरू कर देगा। शुरू की 3 किश्तें आप भर देंगे, क्योंकि तब तक पैसा ख़त्म नहीं होता। ताकत बची रहती है। जैसे ही पैसा ख़त्म.. उत्पीड़न की चक्की शुरू जिसमे पिसते रहना है। चाहे जितना छोटा लोन है, नहीं भरेंगे या सेटलमेंट में जाएंगे तो डिफॉल्टर बनकर रह जाएंगे। डिफॉल्टर का मतलब ये है कि ज़िदंगी में कभी कोई लोन नहीं मिलेगा, "होम लोन, मुद्रा लोन, उद्योग सब्सिडी लोन" कोई भी लोन नहीं मिलेगा, कभी भी नहीं मिलेगा। आने वाले समय में डिफॉल्टरो की हालत और भी ज़्यादा ख़राब होने वाली है। डिफॉल्टरो को नौकरी नहीं मिलेगी। सरकारी लाभ नहीं मिलेंगे। बैंक का बस चले तो डिफॉल्टरो की नागरिकता छीन ले। 
~ Abbas Pathan