
20/07/2025
टिहरी हेरिटेज सीरीज #1
इसी क्रम में आज हम आपके समक्ष टिहरी गढ़वाल के एक ऐतिहासिक मंदिर की जानकारी लेकर आए है, जिसका नाम ’अग्नि’ पर पड़ा और यह है एक शिव–शक्ति केंद्र।
"देव दर्शन, बुग्याल और खेलों का लुत्फ उठाना हो तो पौराणिक शिव मन्दिर अघान पहुंचे।"
जनपद टिहरी गढ़वाल क्षेत्रांतर्गत विकासखण्ड थौलधार के ग्राम सेलूर में अघान नामक एक स्थान है। यहां पर काफी बड़े क्षेत्र में बुग्याल फैला हुआ है, जिसके एक छोर पर प्राचीन शिव मन्दिर तो दूसरी ओर स्थानीय युवाओं के मनोरंजन हेतु कुदरती खेल मैदान है। प्रकृति और आस्था के इस पावन स्थल पर शिव–भक्तों और खेल प्रेमियों के लिए कुदरत द्वारा प्रदत्त एक खूबसूरत नजारा है।
जनपद मुख्यालय से तकरीबन 50 किमी की दूरी पर चम्बा-उत्तरकाशी मोटर मार्ग के स्थान काण्डीखाल से 07 किमी की ब्रांच सड़क मार्ग से ग्राम सेलूर होते हुए अघान पहुंचा जा सकता है। वैसे तो इस स्थान पर पहुंचने के दो अन्य मार्ग भी है, जिसमें चम्बा-मसूरी मोटर मार्ग के स्थान ठांगधार से वाल्काखाल होते हुए तथा चम्बा-उत्तरकाशी मोटर मार्ग के स्थान सुल्याधार से भी पहुंचा जा सकता है।
‘‘अघान‘‘ से जहां एक ओर हिमालय तो दूसरी ओर पर्यटन नगरी धनोल्टी, नागटिब्बा सहित सेम मुखेम, खैंट पर्वत, सुरकण्डा सहित विभिन्न धार्मिक स्थलों सहित चारो ओर खूबसूरत दृश्य स्पष्ट दिखायी देते है, जो कि अपने आप में प्रकृति का खूबसूरत खजाना संजोए हुये है।
अघान में हर वर्ष 09 गते बैसाख को एक दिवसीय धार्मिक मेले का आयोजन होता है। यहां पर थौलधार क्षेत्र के अलावा विकासखण्ड चम्बा व जौनपुर क्षेत्र के लोगों का आवागमन आस्था के दृष्टिगत बना रहता है। पर्यटक ठांगधार से कोड़िया ईको पार्क में सफारी के साथ अघान पहुंचते है तथा बुग्याल का लुत्फ उठाते हैं। वहीं इस बुग्याल में स्थानीय युवा विभिन्न खेलों का आनन्द लेते है।
श्री अघान महादेव का यह मंदिर एक सिद्ध पीठ है। सदियों से यहां स्वयंभू शिवलिंग के रूप में बाबा अपने भक्तों को दर्शन देते हैं और यह शिवलिंग यहां कब से बसा हुआ है इसका कोई अनुमान नहीं लगा पाया। लेकिन सदियों से यहां लोग पूजा पाठ करने और अपने अनुष्ठान करवाने इस शिव मंदिर में आते हैं और स्थानीय लोग अपने इष्ट देवता के रूप मे पूजा करते है।
इस मंदिर में शिव अघान 'अग्नि' के रुप में विराजमान है। मंदिर चारों ओर से हरी भरी पहाड़ियों, चीड़ और देवदार के वृक्षों से घिरा हुआ, एक बहुत ही शांत, बेहद खूबसूरत और आलौकिक वातावरण में स्थित है।
गढ़वाली फिल्मों की शूटिंग:
अघान एक ऐसा स्थान भी है जहाँ गढ़वाली गाने और फ़िल्में फ़िल्माई गई हैं। लोकप्रिय गढ़वाली गीत "ढाई हाथे धामेली" में अघान मैदान के स्थान शामिल हैं।
तो आप भी इस खूबसूरत और अलौकिक वातावरण का आनंद लेकर आइए अघान में!!!