16/02/2025
सासाराम की बेटी के साथ पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हुआ हाथरस जैसा कांड!
"बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ" का नारा गढ़ने वाले मक्कारों ने बनारस पढ़ने गई सासाराम की बेटी के शव का पोस्टमार्टम भी नहीं होने दिया, घर वालों को शव को छूने तक नहीं दिया और आनन फानन में उसका अंतिम संस्कार भी कर दिया गया!
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जी में अगर कोई लज्जा बची है तो अपने सहयोगी पार्टी भाजपा को कहें कि स्नेहा के लिए न्याय सुनिश्चित करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे Nitish Kumar MYogiAdityanath
Justice for Sneha Kushwaha 🚨 मैनस्ट्रीम मीडिया खामोश है, सेक्युलर यूटूबर्स खामोश हैं. आपके आदरणीय Dhruv Rathee और Ravish Kumar, NewsBook By Shubhankar Shubhankar Mishra Shubhankar Mishra Manish Kasyap Er Manish Kasyap - Vlogs खामोश हैं.
Mother : प्रशासन के लोग बोले तुम्हारा बिहार नही है. तुम लोग शव को नही जलाओगे तो हमलोग जला देंगे.
Father : प्रशासन ने जबर्दस्ती किया. हमारे पहुंचने से पहले ही हमारे बेटी के शव को शमशान घाट पहुंचा दिया. हम तो शव को सासाराम लाना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने नही लाने दिया.
अब जैसे ही मामला X और फेसबुक पर वायरल होगा. तब जाकर बड़े यूटूबर उठाएंगे. रही बात मैनस्ट्रीम मीडिया की, अगर स्नेहा का नाम स्नेहा तिवारी, शुक्ला, चतुर्वेदी या पांडे होता, अब तक न्यूज़ चैनल के न्यूज़ रूम में तहलका मचा दिया होता.