08/30/2023
Hazrat Muhammad (ﷺ) or Hazrat Abu Bakar Siddique ki Hijrat ka Wqaya urdu me | Hijrat ka waqia
As-Salaam-Alaikum Brothers & Sisters - JazakAllah Khair for visiting channel
If You Like This Video Then Do Share it on Your Whatsapp And Facebook.
Don't forget to Like and Subscribe...
रसूलअल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को जब अल्लाह ताला के हुक्म से हिजरत की इजाजत मिली, तो उसकी इत्तेला हजरत अबू बक्र सिद्दीक रजीअल्लाहु ताला अन्हु को दे दी, और जब हिजरत का वक्त आया, तो रात के वक्त घर से निकले और काबा पर अलविदाई नज़र डालकर फ़र्माया : तू मुझे तमाम दुनिया से ज़ियादा महबूब है। अगर मेरी क़ौम यहाँ से न निकालती तो मै तेरे सिवा किसी और जगह को रहने के लिये इख्तियार न करता।
हजरत असमा बिन्ते अबू बक्र रजीअल्लाहु ताला अन्हु ने दो तीन रोज़ के खाने पीने का सामान तय्यार किया। आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम हज़रत अबू बक्र रजीअल्लाहु ताला अन्हु के साथ मक्का से रवाना हुए। एक तरफ महबूब वतन छोड़ने का गम था और दूसरी तरफ नुकीले पत्थरों के दुश्वार गुजार रास्ते और हर तरफ से दुश्मनों का खौफ था। मगर इस्लाम की खातिर इमामुल अम्बिया तमाम मुसीबतों को झेलते हुए आगे बढ़ रहे थे।
रास्ते में हज़रत अबू बक्र रजीअल्लाहु ताला अन्हुकभी आगे आगे चलते और कभी पीछे पीछे चलने लगते थे। हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इस की वजह पूछी, तो उन्होंने फ़रमाया : या रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम जब मुझे पीछे से किसी के आने का खयाल होता है, तो मैं आप के पीछे चलने लगता हूँ और जब आगे किसी के घात में रहने का खतरा होता है, तो आगे चलने लगता हूँ। चूँकि कुफ्फार की मुखालफत का जोर था और वह लोग (नऊजु बिल्लाह) आपसल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के कत्ल की कोशिश में थे। इस लिये रास्ते में आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम और हज़रत अबू बक्र रजीअल्लाहु ताला अन्हु ने “गारे सौर” में पनाह ली, उस गार में पहले हजरत अबू बक्र रजीअल्लाहु ताला अन्हु दाखिल हुए और उसको साफ किया, फिर हुजूर सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम उस में दाखिल हुए और तीन रोज तक उसी ग़ार में रहे।
hijrat,hijrat ka safar,hijrat madina,hijrat e madina,hazrat,hijra,hijrat e nabi,nabi ki hijrat,hijrat e rasool, ,waqia e hijrat,hijrat e mustafa,madina ki hijrat,hijri,deen keliye hijrat,allah ki rah me hijrat,hijrat e mustafa by afs,hijrat kisko kehte hai,momin musalman ki hijrat,hazrat mohammad hijrat,hijrat naat,hijrat song,sirat,waqia hijrat,hijrat kya hai,hijrat e nabvi,hijrat ka waqia,hijrat ka safra,hijrat e habsha
https://youtu.be/xzZLA9DviS4?si=LmPsGe5xt_ZaGT1S
https://youtu.be/Boj533ghV_g?si=xCQtEgscYl799xl9
https://youtu.be/O9StINL69IA?si=wBandtPqBQUEVxNH
https://youtu.be/09UL4kN2WgM?si=BCkMdAO1uQ_19DbH
https://youtu.be/3r25euR5TWo?si=XldCtB05-akbIolD
https://youtu.be/BbWikKXWyHw?si=D6kwd7iZ_fRaUH7W